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जानें क्‍यों एक डॉक्‍टर की वजह से इटली हो रहा शर्मसार, WHO समेत वैज्ञानिकों ने उड़ाया मजाक

कोरोना प्रभावित देशों की सूची में इटली छठे नंबर पर है और रोजाना वहां पर इसके मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन वहां के डॉक्‍टर के एक दावे ने इटली को शर्मसार कर दिया है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2020 03:18 PM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2020 08:29 AM (IST)
जानें क्‍यों एक डॉक्‍टर की वजह से इटली हो रहा शर्मसार, WHO समेत वैज्ञानिकों ने उड़ाया मजाक
जानें क्‍यों एक डॉक्‍टर की वजह से इटली हो रहा शर्मसार, WHO समेत वैज्ञानिकों ने उड़ाया मजाक

रोम। इटली को एक डॉक्‍टर की वजह से पूरी दुनिया में शर्मसार होना पड़ा है। डॉक्‍टर की वजह से इटली बीते दो दिनों से मीडिया की भी सुर्खियां बन गया है। दरअसल लोम्बार्डी के सैन रैफेल अस्पताल के प्रमुख अल्बर्टो जंग्रिलो ने कहा था कि क्लीनिकल रूप से कोरोना वायरस अब इटली में मौजूद नहीं है। उनके मुताबिक पिछले 10 दिनों की जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, उससे पता चलता है कि वायरस दो महीने पहले की तुलना में अब कमजोर पड़ रहा है। शुरुआत में ये खबर सभी को बेहतर लगी थी। लेकिन इसके बाद दुनिया के कई वैज्ञानिकों और विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने डॉक्‍टर जंग्रिलो की जमकर आलोचना की है।

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विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन समेत दूसरे वैज्ञानिकों ने कहा है कि इटली के डॉक्‍टर की तरफ से दिए गए बयान के कोई सुबूत या पुख्‍ता प्रमाण अब तक सामने नहीं आए हैं। गौरतलब हे कि जंग्रिलो ने स्‍टेट टीवी से बातचीत के दौरान इस तरह का दावा किया था। संगठन की तरफ से एपिडेमोलॉजिस्‍ट मारिया वेन केरखॉव समेत दूसरे एक्‍सपर्ट ने कहा कि उनके दावे का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है, न ही ये सामने आया है कि इस वायरस की पकड़ कम हो रही है। ।

जिस डॉक्‍टर ने इटली में कोरोना की मौजूदगी को खत्‍म बताया था उनकी गिनती देश के चर्चित डॉक्‍टरों में की जाती है। उनका दावा था कि कोरोना वायरस अपनी क्षमता खो रहा है और यह दो महीने पहले जितना घातक नहीं रह गया है। उनका कहना था कि इटली अब पहले ही की तरह सामान्‍य देश बन गया है। इसके बावजूद किसी न किसी को देश को डराने की जिम्मेदारी लेनी होगी। डॉक्‍टर का ये दावा खुद वहां की ही सरकार ने खारिज कर दिया। डॉक्‍टर के दावे के बाद इटली की सरकार ने लोगों से सावधानी बरतने का आग्रह किया। सरकार की तरफ से ये भी कहा गया कि अभी कोरोना वायरस पर जीत का दावा करना बहुत जल्दबाजी होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय की एक मंत्री सैंड्रा जम्पा ने एक बयान में कहा, कोरोना वायरस खत्म होने वाली बातों के लिए लंबित पड़े वैज्ञानिक प्रमाणों का सहारा लिया जा रहा है। उन्‍होंने ये भी कहा कि डॉक्‍टर इस तरह का बेबुनियाद दावा कर इटली के लोगों को भ्रमित ना करें।

आपको बता दें कि इटली कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक है और वर्तमान में वहां पर इसके करीब 233,197 सामने हैं। इटली में अब तक इसकी वजह से 33,475 मरीजों की मौत हो चुकी है और 158,355 मरीज ठीक भी हुए हैं। हालांकि ये सही है कि इटली में मार्च में जहां एक ही दिन में 5 हजार से अधिक मामले सामने आए थे वहीं अब ये घटकर 200 तक पहुंच गए हैं। आंकड़े इस बात के गवाह हैं कि इटली में इसका प्रसार कम जरूर हुआ है लेकिन ये खत्‍म बिल्‍कुल नहीं हुआ है। इसको देखते हुए इटली में कई जगहों पर सख्त लॉकडाउन को भी खोला जा रहा है। आपको यहां पर ये भी बता दें कि इटली कोरोना प्रभावित देशों की सूची में छठे नंबर पर है।

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