जोंडो कमीशन के सामने पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा ने कहा, गुप्ता परिवार की परेशानियां मेरी लाई हुई हैं
पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा ने कहा कि हम चाहते थे कि विवादास्पद भारतीय मूल का गुप्ता परिवार मीडिया साम्राज्य की स्थापना करे जो उसके बाद बर्बाद हो गया।
जोहानसबर्ग, एजेंसी। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा ने कहा कि गुप्ता परिवार की परेशानियां उनकी खुद की लाईं हुईं हैं। हम चाहते थे कि विवादास्पद भारतीय मूल का गुप्ता परिवार मीडिया साम्राज्य की स्थापना करे, जो उसके बाद बर्बाद हो गया।
जुमा ने कहा कि उन्होंने सभी समयों के दक्षिण अफ्रीका में "वैकल्पिक मीडिया" के विचार की कल्पना की थी क्योंकि इस देश में मीडिया बहुत पक्षपाती है। वह जरूरत से ज्यादा आलोचनात्मक है। उन्होंने सोमवार को जोंडो आयोग के सामने अपनी लंबे समय से प्रतीक्षित गवाही शुरू की, जो उनके शासन के दौरान "राज्य पर कब्जे" के आरोपों में पूछताछ कर रहा है।
जुमा ने कहा कि अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस कुछ मीडिया को "वैकल्पिक" आवाज़ के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन अन्य लोगों के साथ भागीदारी करने के बावजूद यह कभी काम नहीं कर सका। उन्होंने अखबार को स्थापित करने का विचार किया था जिसको लेकर अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस सहमत थी। इसके लिए गुप्ता बंधुओं से संपर्क किया गया था।
जुमा ने कहा कि इस विचार का स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि वह एनससी के महासचिव ग्वेद मंतशे इस बारे में विचार करने के लिए गुप्ता बंधुओं से मिले थे। वे इस विचार को लेकर सहमत थे। उन्होंने मुझसे कहा कि इसके लिए कोई नाम दें। हम नहीं जानते थे कि अखबार को क्या नाम दें। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अखबारों के कुछ नाम दिए, जिसमें से उन्होंने "द न्यू एज" का चयन किया।
जैकब जुमा के समर्थक जोहानसबर्ग में जोंडो आयोग में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति की सुनवाई के दौरान हाउस हिल बिल्डिंग के बाहर इकट्ठा होकर नाचते-गाते रहे थे। उन्होंने कहा कि जब यह अखबार काम कर रहा था और इस देश में एक वैकल्पिक आवाज लाने के लिए वास्तव में सराहना की जा रही थी ... मुझे आश्चर्य हुआ कि क्या मैं उन्हें आगे बढ़ा सकता हूं।
जुमा ने पिछले साल फरवरी में राष्ट्रपति के रूप में इस्तीफा दे दिया था, जिसमें भ्रष्ट और गैरकानूनी गतिविधियों में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर देश में भारी नाराजगी थी, जिससे कई सरकारी बैंक दिवालिया हो गए थे। उन्हें राष्ट्रपति सिरिल रामफौसा द्वारा हटाया गया था, जो बाद में राष्ट्रीय चुनाव के दौरान फिर से चुने गए थे।
आयोग ने देश के पूर्व मंत्रियों सहित कई गवाहों के सुबूतों के तौर पर सुना। जुमा को कई गतिविधियों में शामिल किया था, उनमें से तीन गुप्ता बंधुओं के साथ उनकी निकटता थी, जिन्होंने कथित तौर पर अरबों की संपत्ति के तौर पर कई सरकारी संगठनों को भगाया था। जूमा ने इन आरोपों से इंकार किया है।