ईरान के सैन्य खतरों से निपटने के लिए इजरायल सेना ने उठाया ये बड़ा कदम
इजरायल की सेना ईरान से आने वाले सैन्य खतरों से निपटने के लिए विशेष शाखा स्थापित करेगी। सेना की यह शाखा उन खतरों पर नजर रखेगी और उससे निपटने के उपक्रम करेगी।
जेरूसलम, एजेंसी । इजरायल की सेना ने कहा है कि वह ईरान से आने वाले सैन्य खतरों से निपटने के लिए एक विशेष शाखा की स्थापना करेगी। सेना की यह शाखा उन खतरों पर नजर रखेगी और उससे निपटने के उपक्रम करेगी। सेना की ओर से कहा गया है कि इस कमान संभालने के लिए एक प्रमुख जनरल की नियुक्ति होगी, जो सामान्य कर्मचारियों में व्यापक पुनर्गठन का हिस्सा होगा।
इजरायली सेना के एक बयान में नई कमान के बारे में कुछ विवरण पेश किया गया है। इसमें कहा गया है कि नई शाखा के कार्य की प्रकृति अभी तक निर्धारित नहीं की गई है, लेकिन यह कदम इजरायल के लिए ईरान से आने वाले खतरों के महत्व पर प्रकाश डालता है। इसमें आगे कहा गया है कि ईरान के पास सीरिया का सैन्य बल और लेबनान में हिजबुल्लाह आतंकवादियों का समर्थन हासिल है। गाजा में वह नकदी, हथियार और प्रशिक्षण के साथ इस्लामी जिहाद की आपूर्ति करता है और तटीय क्षेत्र पर शासन करने वाले इस्लामी आतंकवादी समूह हमास का भी समर्थन करता है। इस चौतरफे खतरे से निपटने के लिए इजरायली सेना ने यह रणनीति तैयार की है।
इजरायल ने ईरान पर परमाणु हथियार विकसित करने की कोशिश का भी आरोप लगाया है। हालांकि, इस आरोप का ईरान ने खारिज किया है। इजरायल ने हाल के वर्षों में सीरिया में ईरान से जुड़े लक्ष्यों को बार-बार निशाना बनाया है। इजरायल ने अपने सीमा पर किसी भी स्थायी ईरानी उपस्थिति के खिलाफ सख्त चेतावनी भी दी है।