Move to Jagran APP

पेगासस प्रकरण के बाद इजरायल करेगा समीक्षा, दुरुपयोग की शिकायत पुष्‍ट होने पर बंद हो सकती है सेवा

संगठनों का आरोप है कि पेगासस के जरिये पत्रकारों के स्मार्टफोन को देखा गया। एनएसओ ने कहा है कि जासूसी प्रकरण से उसका लेना-देना नहीं है। कंपनी ने कहा है कि दुरुपयोग की पुष्ट शिकायत मिलेगी तो वह सेवाओं को बंद करने में देर नहीं करेगी।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 08:17 PM (IST)Updated: Thu, 22 Jul 2021 08:17 PM (IST)
पेगासस प्रकरण के बाद इजरायल करेगा समीक्षा, दुरुपयोग की शिकायत पुष्‍ट होने पर बंद हो सकती है सेवा
एनएसओ के पेगासस सॉफ्टवेयर के लोग शिकार हुए

 यरुशलम, रायटर। इजरायल की शक्तिशाली संसदीय समिति ने देश की रक्षा उत्पाद निर्यात नीति में बदलाव की आवश्यकता जताई है। यह अपेक्षा देश के एनएसओ ग्रुप के उस सॉफ्टवेयर की बिक्री को लेकर पैदा हुए विवाद के बाद की गई है जिसके जरिये पत्रकारों, नेताओं, सरकारी अधिकारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी हुई। ऐसा कई देशों में हुआ। एनएसओ के पेगासस सॉफ्टवेयर के जो लोग शिकार हुए हैं, उनमें फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी हैं। गुरुवार को उन्होंने अपने मंत्रिमंडल की बैठक कर मामले की जांच की घोषणा की।

loksabha election banner

शक्तिशाली संसदीय समिति ने जताई आवश्यकता

यूरोपीय यूनियन के चिंता जताए जाने के बाद जर्मनी में चांसलर एंजेला मर्केल ने जासूसी सिस्टम पर नाइत्तेफाकी जाहिर की है। इजरायली संसद नीसेट की विदेशी और रक्षा मामलों की समिति के प्रमुख राम बेन बराक ने कहा है कि सरकार को अपनी निर्यात लाइसेंस नीति की समीक्षा करनी चाहिए। इजरायल में यह लाइसेंस सरकारी संस्था डिफेंस एक्सपोर्ट कंट्रोल्स एजेंसी (डीईसीए) देती है। इससे पहले इजरायल सरकार दुनिया के 17 मीडिया संगठनों के आरोपों की जांच के लिए मंत्रियों का दल गठित कर चुकी है।

इन संगठनों का आरोप है कि पेगासस के जरिये पत्रकारों के स्मार्टफोन से मैसेज, कॉल रिकॉर्डिग और लाइव चैट को देखा गया। जबकि एनएसओ ने कहा है कि जासूसी प्रकरण से उसका कोई लेना-देना नहीं है। कंपनी ने कहा है कि किसी खरीदार के विषय में सॉफ्टवेयर के दुरुपयोग की पुष्ट शिकायत मिलेगी तो वह उसकी सेवाओं को बंद करने में देर नहीं करेगी।

कंपनी ने कहा है कि सॉफ्टवेयर आतंकियों और अपराधियों के मोबाइल फोन ट्रैक करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है और उसकी ज्यादातर खरीदार विदेशी सरकारें हैं। वैसे एनएसओ के सॉफ्टवेयर के जरिये जासूसी का शिकार होने वालों के नामों की सूची लंबी होती जा रही है। ताजा नामों में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और मोरक्को के किंग मुहम्मद (सिक्स) का नाम भी शामिल है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.