ईरान ने 147 अफगान शरणार्थियों को देश से निकाला बाहर, घर वापसी में UN ने की मदद
Iran ईरान ने 147 अफगानी शरणार्थियों को निर्वासित कर दिया है। इससे पहले भी कई बार ईरान ने अफगानिस्तानी और पाकिस्तानी नागरिकों को वापस उनके देश भेजा है। आर्थिक संकट से जुझ रहे लोगों की संयुक्त राष्ट्र के एक एजेंसी ने मदद की है।
काबुल, एएनआई। मीडिया ने शरणार्थी और प्रत्यावर्तन विभाग के हवाले से बताया कि पूर्वी हेरात प्रांत में इस्लामकला सीमा के माध्यम से ईरान से कम से कम 147 अफगान शरणार्थी लौटे हैं। तालिबान सीमा अधिकारी के अनुसार, उन 147 अफगान शरणार्थियों में से 67 को भोजन और अन्य बुनियादी आवश्यकताओं को प्राप्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) भेजा गया था।
कुछ शरणार्थियों को जबरन भेजा गया अफगानिस्तान
पिछले हफ्तों में, तालिबान के शरणार्थी और प्रत्यावर्तन मंत्रालय ने बार-बार ईरान से अफगान नागरिकों की वापसी की सूचना दी है। तालिबान के अधिकारियों के एक बयान के अनुसार, इनमें से कुछ शरणार्थियों को बलपूर्वक निर्वासित किया गया है और अन्य ने स्वेच्छा से ईरान छोड़ दिया है।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के नागरिकों को भेजा वापस
इससे पहले, मीडिया के अनुसार, तालिबान द्वारा नियुक्त शरणार्थी और प्रत्यावर्तन विभाग ने घोषणा की कि 2,000 से अधिक अफगान शरणार्थी ईरान और पाकिस्तान से अपने देश वापस आ गए हैं। शरणार्थी और प्रत्यावर्तन विभाग ने ट्विटर पर कहा कि ईरान से 1,851 अफगान शरणार्थी और पाकिस्तान से 331 अन्य शरणार्थी स्पिन बोल्डक और इस्लामकला क्रॉसिंग पॉइंट के माध्यम से स्वदेश लौटे।
उत्पीड़न और मौत की धमकियों के डर से भागे थे अफगानिस्तानी
विभाग ने खुलासा किया कि 331 शरणार्थियों में से 70 ऐसे हैं, जिन्हें इस्लामाबाद में अफगान दूतावास की मध्यस्थता के बाद पाकिस्तानी जेलों से रिहा किया गया था। अगस्त 2021 में तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद से, हजारों अफगान उत्पीड़न और मौत की धमकियों के डर से अफगानिस्तान से पड़ोसी देशों में भाग गए थे।
इनमें से अधिकतर लोग अवैध चैनलों के माध्यम से मेजबान देशों में प्रवेश कर चुके हैं, जो अब बलपूर्वक निर्वासन और कारावास सहित गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
अफगान शरणार्थियों से निपटने के लिए ईरान ने उठाए गंभीर कदम
पिछले महीनों में, ईरानी सरकार ने मेजबान देश में बिना दस्तावेज वाले अफगान शरणार्थियों से निपटने के लिए गंभीर कदम उठाए हैं। वे इस्लामकला और अब्रीशम क्रॉसिंग पॉइंट्स के माध्यम से अफगान नागरिकों को लगातार कैद और बलपूर्वक अफगानिस्तान भेज रहे हैं।
फरवरी में, निमरूज प्रांत के शरणार्थी और प्रत्यावर्तन विभाग के तालिबान अधिकारियों ने भी कहा था कि ईरान ने पिछले सप्ताह 7,612 अफगान शरणार्थियों को उनकी मातृभूमि वापस भेज दिया।
संयुक्त राष्ट्र ने की वापसी में मदद
निमरूज प्रांत के शरणार्थी और प्रत्यावर्तन विभाग के निदेशक, सेदिकुल्ला नसरत ने रविवार को कहा कि उनमें से कई आर्थिक रूप से गंभीर संकट में थे। उन्होंने प्रवासन की सुविधा के लिए संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (आईओएम) से नकद प्राप्त किया था।