चर्चित बोइंग 737 मैक्स विमान दुर्घटना का सच आया सामने, साख को लगा बट्टा
खास बात यह है कि यह जांच रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब चीन ने इस हादसे के बाद बोइंग से अपने करार को खत्म करते हुए यूरोपीय कंपनी एयरबस से 300 विमान लेने की घोषणा की है।
वाशिंगटन, एएफपी। चर्चित बोइंग 737 मैक्स विमान दुर्घटना की जांच कर रहे जांचकर्ता प्रांभिक निष्कर्ष पर पहुंच गए हैं। जांचकर्ताओं का दावा है कि विमान में संदिग्ध 'एंटी स्टाल सिस्टम' सक्रिय होने के कारण यह हादसा हुआ है। खास बात यह है कि यह जांच रिपोर्ट ऐसे समय आई है, जब चीन ने इस हादसे के बाद बोइंग से अपने करार को खत्म करते हुए यूरोपीय कंपनी एयरबस से 300 विमान लेने की घोषणा की है। एयरबस ने इस सौदे का ऐलान किया है। अमेरिकी बोइंग कंपनी 737 मैक्स दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाला विमान है। लेकिन इस हादसे के बाद इसकी साख काे बट्टा लगा है। बोइंग विमान कंपनी को उसके प्रतिद्वंद्वी यूरोपीय कंपनी एयरबस ने जोर का झटका दिया है।
जांचकर्ताओं का यह निष्कर्ष फ्लाइट रिकॉर्डर डेटा पर आधारित था। इस डेटा प्रणाली को एंटी-स्टाल सिस्टम (MCAS) के रूप में जाना जाता है। जांचकर्ताओं का दावा है कि बोइंग के दो प्रमुख हादसों के लिए यह सिस्टम जिम्मेदार है। बता दें कि 10 मार्च को इथोपियन एयरलाइंस का बोइंग 737 मैक्स विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में विमान में सवार 189 यात्रियों की मौत हो गई थी।
पिछले साल अक्टूबर में एक और बोइंग विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। छह माह में यह दूसरा विमान हादसा था। 10 मार्च बोइंग हादसे के बाद दुनियाभर में बोइंग की सेवा पर रोक लगा दी थी। एक और बोइंग 737 मैक्स 8 विमान पिछले साल अक्टूबर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। जकार्ता में उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही वह विमान जावा सागर में गिर गया था। इस हादसे में पायलट समेत सभी यात्रियों की मौत हो गई थी। इन दो प्रमुख हादसों की वजह से यह विमान शक के दायरे में आ गया था।