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लेबनान को खाद्य सामग्री व दवाएं भेज रहा है भारत, कोरोना के समय भेजी थी चिकित्सा सामग्री

भारत ने कुछ समय पहले ही लेबनान को कोरोना से लड़ाई के लिए जरूरी चिकित्सा सामग्री भेजी है। हम तत्काल दवाएं खाद्य वस्तुएं व अन्य जरूरी सामान भी भेज रहे हैं।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 05:15 PM (IST)Updated: Tue, 11 Aug 2020 05:15 PM (IST)
लेबनान को खाद्य सामग्री व दवाएं भेज रहा है भारत, कोरोना के समय भेजी थी चिकित्सा सामग्री
लेबनान को खाद्य सामग्री व दवाएं भेज रहा है भारत, कोरोना के समय भेजी थी चिकित्सा सामग्री

संयुक्त राष्ट्र, एजेंसियां। बेरुत धमाके से बेहाल लेबनान की मदद के लिए भारत मानवीय सहायता भेज रहा है। इनमें दवाएं और खाद्य वस्तुएं शामिल हैं। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने दी। वे लेबनान में मानवीय स्थिति पर चर्चा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बेरुत की मानवीय त्रासदी से भारत के लोग मर्माहत हैं। हम पीडि़त परिवारों के इस दुख से उबरने के लिए प्रार्थना करते हैं।

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उन्होंने बताया कि भारत ने कुछ समय पहले ही लेबनान को कोरोना से लड़ाई के लिए जरूरी चिकित्सा सामग्री भेजी है। हम तत्काल दवाएं, खाद्य वस्तुएं व अन्य जरूरी सामान भी भेज रहे हैं ताकि पीडि़तों का कुछ कष्ट दूर हो सके। हम लेबनान सरकार से बात कर रहे हैं कि हम और क्या मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि लेबनान और भारत के बीच ऐतिहासिक रिश्ता है। हम परंपरागत रूप से काफी करीब हैं। संकट के इस समय में हम लेबनान के साथ खड़े हैं।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी बेरुत हादसे पर गहरा दुख जताया। उन्होंने पूरी दुनिया से लेबनान की तत्काल मदद करने की अपील की। चार अगस्त को बेरुत बंदरगाह पर भीषण धमाके में 160 लोगों की मौत हो गई थी। करीब 6,000 लोग घायल भी हुए। पहले से ही आर्थिक संकट का सामना कर रहे लेबनान के लिए पूरी दुनिया से मानवीय मदद पहुंच रही है।

जुलाई में चेताया गया था

बेरुत, रायटर। लेबनान के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने जुलाई में ही प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को इस खतरे से आगाह कर दिया था। उन्हें बताया गया था कि बेरुत बंदरगाह पर 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट यूं ही पड़ा हुआ है, जो सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है। अगर इसमें विस्फोट हुआ तो राजधानी तबाह हो जाएगी। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को यह पत्र 20 जुलाई को भेजा गया था।


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