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आज भारत को मिलेगा पहला Rafale, शस्त्रपूजन के साथ राजनाथ सिंह भरेंगे पहली उड़ान

India के लिए खासतौर पर बनाए गए Rafale विमान की टेल पर RB-01 लिखा हुआ है। यह टेल नंबर Indian Air force के नवनियुक्त प्रमुख एयरचीफ मार्शल RKS Bhadauria के नाम पर है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 07 Oct 2019 11:41 PM (IST)Updated: Tue, 08 Oct 2019 07:26 AM (IST)
आज भारत को मिलेगा पहला Rafale, शस्त्रपूजन के साथ राजनाथ सिंह भरेंगे पहली उड़ान
आज भारत को मिलेगा पहला Rafale, शस्त्रपूजन के साथ राजनाथ सिंह भरेंगे पहली उड़ान

पेरिस, एएनआइ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) फ्रांस पहुंच गए हैं। आज विजयदशमी के सुअवसर पर भारत को पहला राफेल युद्धक विमान (Rafale fighter jet) मिल जाएगा। इसके साथ ही पाकिस्तान के खिलाफ वायुक्षेत्र में भारत के दबदबे की शुरआत का दौर शुरू होगा।

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सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिवसीय पर रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि वह दोनों देशों के बीच संबंध और गहरे होने को लेकर आशान्वित हैं। वह मंगलवार को पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे और फिर बोरडेक्स शहर के लिए रवाना होंगे। वह मंगलवार को बोरडेक्स के पास स्थित मेरीनैक एयरबेस पर आधिकारिक रूप से पहला राफेल विमान हासिल करेंगे। वायुसेना की ओर से नवनियुक्त उप वायुसेना प्रमुख एचएस अरोड़ा उनके साथ होंगे। वायुसेना दिवस और दशहरे के कारण यह मौका और भी खास हो जाएगा।

टेल पर वायुसेना प्रमुख का नाम 

रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्री पहले विमान को स्वीकार करने के दौरान भारतीय परंपराओं के अनुरूप विजयदशमी पर शस्त्र पूजन भी करेंगे। वायुसेना के सूत्रों के अनुसार इस अवसर पर भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ पहले राफेल की पहली उ़़डान का हिस्सा बनेंगे। उनका राफेल विमान योजना के अनुसार एक फ्रेंच पायलट ही उ़़डाएगा। भारत के लिए खासतौर पर बनाए गए इस विमान की टेल पर RB-01 लिखा हुआ है। यह टेल नंबर भारतीय वायुसेना के नवनियुक्त प्रमुख एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया के नाम पर है।

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60 हजार करोड़ रपए से भी अधिक के इस रक्षा सौदे में एयर चीफ मार्शल भदौरिया का विशेषष योगदान माना जाता है। इसलिए उनके नाम के अक्षर विमान पर अंकित किए गए हैं। भारत को अन्य 35 विमानों की खेप अगले साल मई से मिलनी शुरू होगी। राफेल विमानों का पहला स्क्वाड्रन अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात किया जाएगा। 

दक्षिण एशिया में भारत का दबदबा 

राफेल की वायुसेना में तैनाती के बाद दक्षिण एशिया में भारत का सैन्य क्षमताओं के क्षेत्र में दबदबा होगा। रक्षा विशेषषज्ञों का मानना है कि 4.5 पीढ़ी का राफेल विमान रडार और घातक हमले वाली क्षमताओं के चलते भारतीय वायुसेना के लिए गेमचेंजर बनेगा। सेवानिवृत्त एयर मार्शल एम.मतेश्वरन ने कहा कि पाकिस्तान के पास सबसे आधुनिक विमानों में F-16 ही है। लेकिन इसकी योग्यता भारत के मिराज-2000 से बेहतर नहीं है।

पाकिस्तान के पास राफेल के मुकाबले में कुछ भी नहीं है। जबकि भारत में मिराज और सुखोई 30 के अपग्रेड वर्जन चौथी श्रेणी के युद्धक विमान हैं। फ्रांस, मिस्र और कतर के बाद राफेल उ़़डाने वाला चौथा देश भारत ही है। लेकिन राफेल की तुलना चीन के पांचवी पीढ़ी के J-20 विमान से नहीं हो सकती। यह विमान जल्द ही चीन की वायुसेना में शामिल होने वाला है।

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