'नेबरहुड फर्स्ट' व 'एक्ट ईस्ट' नीतियों के साथ आगे बढ़ा भारत-म्यामांर संबंध
म्यांमार में भारत की चल रही परियोजनाओं की स्थिति क्षमता निर्माण द्विपक्षीय व्यापार संबंधों सीमा सहयोग और अन्य परियोजनाओं की समीक्षा की।
नई दिल्ली, एजेंसी। भारत और म्यांमार ने शुक्रवार को द्विपक्षीय व्यापार संबंधों और सीमा सहयोग समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा की। भारत और म्यांमार के बीच यहां 18वां विदेश मंत्रालय स्तरीय वार्ता हुई, जिसमें भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई विदेश सचिव विजय गोखले और म्यांमार का प्रतिनिधित्व यहां के स्थाई सचिव यू सो हान ने की।
शनिवार को विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की। म्यांमार में भारत की चल रही परियोजनाओं की स्थिति, क्षमता निर्माण, द्विपक्षीय व्यापार संबंधों, सीमा सहयोग और अन्य परियोजनाओं की समीक्षा की। भारतीय विदेश सचिव गोखले ने कहा कि म्यांमार की भूमिका एक पड़ोसी मुल्क होने के साथ आसियान में उसकी भागीदारी को प्रमुख बताया।
मंत्रालय ने कहा कि देश म्यांमार के साथ 'नेबरहुड फर्स्ट' और 'एक्ट ईस्ट' नीतियों के साथ संबंधों को आगे बढ़ा रहा है। म्यांमार के स्थाई सचिव हान ने कहा है कि उनकी सरकार भारत के साथ संबंधों की उच्च प्राथमिकता देती है। ये संबंध ऐतिहासिक और सभ्यतागत संपर्क पर आधारित थी।उन्होंने विशेष रूप से हाल के वर्षों में भारत द्वारा की गई विकास सहायता और क्षमता निर्माण सहायता के लिए भी सराहना की। अपने भारत प्रवास के दौरान म्यांमार के स्थायी सचिव बोधगया भी जाएंगे।