सांस्कृतिक क्षेत्र में सहयोग बढ़ाएंगे भारत व इजरायल, इच्छुक छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की भी होगी व्यवस्था
सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए दोनों देशों के पुरातत्व विभाग सहयोग बढ़ाएंगे और विशेषज्ञों को एक-दूसरे के यहां भेजेंगे।
यरुशलम, प्रेट्र। भारत और इजरायल ने अपने रणनीतिक द्विपक्षीय संबंधों को नई मजबूती देने के लिए एक सांस्कृतिक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे दोनों देशों के बीच, साहित्य, शिक्षा, सिनेमा आदि के क्षेत्र में सहयोग के नए दरवाजे खुलेंगे। इस तीन वर्षीय कार्यक्रम का मूल उद्देश्य दोनों देशों के लोगों के बीच सहयोग और आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है। समझौते पर इजरायल के विदेश मंत्री गाबी अश्केनजी और भारत के राजदूत संजीव सिंगला ने दस्तखत किए। इस मौके पर अश्केनजी ने कहा कि फिल्म निर्माण के क्षेत्र में हम बॉलीवुड से हाथ मिलाने जा रहे हैं।
कुछ खास क्षेत्रों को चुना गया
समझौते के तहत सहयोग बढ़ाने के लिए कुछ खास क्षेत्रों को चुना गया है। सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए दोनों देशों के पुरातत्व विभाग सहयोग बढ़ाएंगे और विशेषज्ञों को एक-दूसरे के यहां भेजेंगे। साहित्यिक उत्सव और पुस्तक मेला भी आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा प्रसिद्ध पुस्तकों के एक-दूसरे की भाषाओं में अनुवाद को प्रोत्साहित किया जाएगा।
दोनों देश छात्रवृत्ति की व्यवस्था करेंगे
इसके साथ ही एक-दूसरे के देश में पढ़ाई के इच्छुक छात्रों के लिए दोनों देश छात्रवृत्ति की व्यवस्था करेंगे। अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के आयोजन में भी दोनों देशों की फिल्में और फिल्म निर्माता शिरकत करेंगे। खेलों से जुड़ी गतिविधियों में भी दोनों देशों के युवाओं के बीच संवाद को बढ़ावा दिया जाएगा। अपने यहां आयोजित होने वाले युवा महोत्सव में भी दोनों देश एक-दूसरे के युवाओं को आमंत्रित करेंगे।
जल संकट दूर करने में इजरायल का सहयोग
वहीं, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र का जल संकट समाप्त करने के लिए अब इजरायल का सहयोग लिया जाएगा। गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार और इजरायल के जल संसाधन मंत्रालय के बीच प्लान ऑफ कोऑपरेशन पर हस्ताक्षर किए किए गए। लखनऊ स्थित कृषि उत्पादन आयुक्त सभागार में उत्तर प्रदेश की ओर से कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा व इजरायल के राजदूत डॉ. रॉन मल्का ने हस्ताक्षर किए।