हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक नेताओं के खिलाफ मुकदमा शुरू
हांगकांग में वर्ष 2014 में चीन की दमनकारी नीतियों के खिलाफ और लोकतंत्र के समर्थन में 79 दिनों तक बड़े प्रदर्शन हुए थे।
हांगकांग, एपी। चीन के प्रभुत्व वाले हांगकांग में वर्ष 2014 में लोकतंत्र के समर्थन में हुए प्रदर्शनों से जुड़े मामले में सोमवार को यहां मुकदमे की सुनवाई शुरू हो गई। लोकतंत्र समर्थक तीन वरिष्ठ नेताओं ने अपना अपराध कबूलने से इन्कार कर दिया है। इन लोगों पर दंगा फैलाने और सार्वजनिक काम में बाधा डालने के आरोप हैं। इसके लिए उन्हें सात साल तक की सजा हो सकती है।
हांगकांग में वर्ष 2014 में चीन की दमनकारी नीतियों के खिलाफ और लोकतंत्र के समर्थन में 79 दिनों तक बड़े प्रदर्शन हुए थे। इस आंदोलन के तीन नेताओं समाजशास्त्र के प्रोफेसर चैन किन-मन (59), कानून के प्रोफेसर बेनी ताई (54) और 74 साल के चू यू मिंग समेत नौ लोगों के खिलाफ वेस्ट कोवलून कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई। उनके समर्थन में 100 से ज्यादा लोग कोर्ट के बाहर जमा थे। सभी के हाथों में पीले रंग की छतरी थी जो अंब्रेला आंदोलन के नाम से चर्चित हुए 2014 के प्रदर्शनों की पहचान बन गई थी। कोर्ट में दाखिल होने से पहले सभी आरोपितों ने हवा में मुट्ठी लहराई और कहा, राजनीतिक उत्पीड़न के लिए शर्म करो।
चैन, बेनी और मिंग ने वर्ष 2013 में ओकुपाई सेंट्रल आंदोलन की शुरुआत की थी जो 2014 में छात्रों द्वारा शुरू किए गए अंब्रेला आंदोलन से जुड़ गया था। वर्ष 2016 में तीन छात्रों को इन प्रदर्शनों में अहम भूमिका निभाने के लिए सामुदायिक सेवा की सजा सुनाई गई थी। चीन की तरफ से हालांकि जज पर इन लोगों को कठोर सजा देने का भारी दबाव था।