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WEF में पाकिस्तान के पीएम इमरान ने अलापा शांति और स्थिरता का राग

इमरान खान ने दावोस में डब्ल्यूईएफ के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने अफगान जिहाद और 9/11 के बाद आतंकवाद के खिलाफ युद्ध दोनों से सीखा है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Wed, 22 Jan 2020 10:01 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 10:32 PM (IST)
WEF में पाकिस्तान के पीएम इमरान ने अलापा शांति और स्थिरता का राग
WEF में पाकिस्तान के पीएम इमरान ने अलापा शांति और स्थिरता का राग

दावोस, एएऩआई। पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक फोरम में शांति का राग अलापा है। इमरान ने कहा कि पाकिस्तान किसी भी नए संघर्ष का हिस्सा नहीं बनेगा, क्योंकि शांति से देश का भला हो रहा है। इमरान खान ने दावोस में डब्ल्यूईएफ के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने अफगान जिहाद और 9/11 के बाद आतंकवाद के खिलाफ युद्ध दोनों से सीखा है, जिसने पाकिस्तान और उसके नागरिकों को भारी नुकसान पहुंचाया है।

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भारत के साथ हमारे संबंध अच्छे नहींः इमरान

आर्थिक बदहाली के शिकार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि जब भारत के साथ उनके देश का रिश्ता सामान्य हो जाएगा तब दुनिया को पाक के सही आर्थिक क्षमता का अहसास होगा। वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में पाकिस्तान के पीएम ने यह भी कहा कि शांति और स्थिरता के बिना आर्थिक विकास संभव नहीं है।

इमरान खान ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत के साथ हमारे संबंध अच्छे नहीं हैं, लेकिन जब ये सामान्य होंगे तो दुनिया को पाकिस्तान की रणनीतिक आर्थिक क्षमता के बारे में पता चलेगा

शांति और स्थिरता के बिना आर्थिक विकास संभव नहीं

डब्ल्यूईएफ में विशेष संबोधन में इमरान खान ने कहा कि वह पाकिस्तान को एक कल्याणकारी राज्य बनाना चाहते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक शांति और स्थिरता नहीं होगी आर्थिक विकास संभव नहीं है। खान ने कहा कि पाकिस्तान ने दूसरे देशों के साथ सिर्फ शांति के लिए पार्टनरशिप की है और उन्होंने इसका उदाहरण अमेरिका के साथ रिश्ते का दिया।

इमरान खान ने कहा- पाकिस्तान के बराबर मेरी उम्र 

इमरान खान ने कहा कि मेरी उम्र पाकिस्तान के बराबर है। पाकिस्तान मेरे पैदा होने से सिर्फ 5 साल पहले बना। मैं इस देश के साथ बड़ा हुआ हूं। हमारे संस्थापक पाकिस्तान को एक इस्लामिक कल्याणकारी राज्य बनाना चाहते थे। एक किशोर के रूप में मैं नहीं जानता था कि कल्याणकारी राज्य का क्या मतलब है। इंग्लैंड जाने के बाद ही मुझे यह पता चला। तब मैंने फैसला किया कि यदि मुझे कभी मौका मिला तो मैं पाकिस्तान को कल्याणकारी राज्य बनाऊंगा। यह मेरा विजन है।'


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