जिंबाब्वे भयंकर भुखमरी की चपेट में, 36 लाख लोगों के पास खाने को कुछ नहीं
डब्ल्यूएफपी ने कहा है कि वह अगले साल भुखमरी से प्रभावित ज्यादा लोगों तक सहायता पहुंचाने की कोशिश में है लेकिन इस काम में धन की कमी आड़े आ रही है।
जेनेवा, आइएएनएस। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की संस्था विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने कहा है कि सूखे, बाढ़ और आर्थिक तंगी से जूझ रहा जिंबाब्वे भयंकर भुखमरी की चपेट में है। डब्ल्यूएफपी के प्रवक्ता हर्वे वेरहूसेल के अनुसार, अफ्रीकी देश जिंबाब्वे में करीब 36 लाख लोगों के पास अक्टूबर आते-आते खाने को कुछ नहीं बचेगा।
यह संख्या अगले साल जनवरी में 55 लाख तक पहुंच सकती है। आर्थिक रूप से तंगहाली झेल रहे जिंबाब्वे में चक्रवात और सूखे का भी कहर देखने को मिल रहा है। वर्तमान में संस्था द्वारा सात लाख लोगों तक खाने-पीने की सामग्री पहुंचाई जा रही है। अक्टूबर से दिसंबर के बीच यह लक्ष्य 17 लाख रखा गया है।
डब्ल्यूएफपी ने कहा है कि वह अगले साल भुखमरी से प्रभावित ज्यादा लोगों तक सहायता पहुंचाने की कोशिश में है लेकिन इस काम में धन की कमी आड़े आ रही है। आर्थिक तंगहाली में पहुंचे जिंबाब्वे में डॉलर और अन्य विदेशी मुद्राओं का चलन बंद होने से वैश्विक स्तर की सहायता एजेंसियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप