हांगकांग में उग्र हुआ विरोध प्रदर्शन, पुलिस ने 29 लोगों को किया गिरफ्तार, भारी बवाल
बीती रात हांगकांग और पुलिस के बीच चले विरोध में पुलिस ने 10 विरोधियों को गिरफ्तार कर लिया है। कम से कम 10 लाख लोग हांगकांग में पेश किए गए प्रत्यपर्ण बिल का विरोध कर रहे हैें।
हांगकांग, रायटर। हांगकांग में पुलिस और प्रर्दशनकारियों के बीच चल रहा मतभेद खत्म नहीं हो पा रहा है। विरोधी लगातार सरकार के नए बिल प्रत्यपर्ण बिल (extraditaion bill) का विरोध कर रहे हैं। इन विरोधी पर लाठीर्चाज कर पुलिस ने 29 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। हांगकांग पुलिस ने इस बात की जानकारी खुद दी है। बीते दिन पुलिस ने इन प्रर्दशनकारियों पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस छोड़ी थी। इसके जवाब में प्रर्दशनकारियों ने कई स्थानों पर पथराव किया और पेट्रोल बम फेंके थे।
इस विरोध में कई लोग हुए घायल
हांगकांग सरकार के नए फैसले का विरोध कर रहे प्रर्दशनकारी अपनी मांगों से बिल्कुल भी पीछे हटते हुए नहीं नजर आ रही है। हांगकांग सरकार के नए बिल प्रत्यपर्ण बिल के विरोध का सिलसिला लगातार जारी है। इस पूरी घटना में मची अफरातफरी में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है।
इस प्रर्दशन से हुआ भारी नुकसान
काफी दिनों से चल रहे है इस विरोध ने हांगकांग को हिला कर रख दिया है। शहर के रेल ऑपरेटर, एमटीआर कॉर्प ने घोषणा की कि क्षेत्र के पश्चिम में कुछ सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। इस घटना से शहर में अफरा-तफरी मची हुई है। रेल ऑपरेटर ने बताया कि सभी भूमिगत मार्ग को भी इस प्रर्दशन को ध्यान में रखते हुए बंद कर दिया गया है।
साइमन चेंग को भी किया था गिरफ्तार
जब ये सारी घटना अपने चरम पर थी तो, इस दौरान चीनी पुलिस ने शेनझेन से एक ब्रिटिश वाणिज्य दूतवास को भी गिरफ्तार किया था। चेंग को वेश्यावृति में शामिल होने के आरोप में 15 अगस्त को गिरफ्तार किया था, लेकिन जब उनके ऊपर लगे आरोप सच साबित नहीं हुए थो चीनी पुलिस ने उन्हें रिहा कर दिया था।
10 दिनों से हो रहा है प्रर्दशन
पिछले 10 दिनों से ये प्रर्दशनकारी हांगकांग सरकार की तरफ से लाए बिल प्रत्यपर्ण बिल का विरोध कर रहे हैं। इस बिल के तहत किसी भी जुर्म के आरोपी की जांच चीनी सरकार करेगी। प्रर्दशनकारियों को लगता है कि अगर ऐसा होता है तो हांगकांग में रहा बचा लोकतंत्र भी खत्म हो जाएगा और चीन उस पर अपना अधिकार जमा लेगा। हांगकांग में कम से कम 10 लाख लोग इस बिल का विरोध कर रहे हैं। पिछले 10 दिन तक तो ये विरोध काफी धीमा था, लेकिन जैसे ही प्रर्दशनकारियों ने सड़क के किनारे लगे कैमरे और सर्विलांस तोड़ने शुरू किए तो पुलिस को इन पर लाठीचार्ज और आसु गैस छोड़नी पड़ी थी।
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