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हांगकांग के मीडिया टाइकून जिमी लाइ नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार

जिमी लाइ को विदेशी देश के साथ मिलीभगत के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।

By Nitin AroraEdited By: Published: Mon, 10 Aug 2020 08:53 AM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2020 10:26 AM (IST)
हांगकांग के मीडिया टाइकून जिमी लाइ नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार
हांगकांग के मीडिया टाइकून जिमी लाइ नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार

हांगकांग, एएनआइ। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू होने के बाद से हांगकांग में असहमतिपूर्ण आवाज़ों को बंद करने का एक और मामला सामने आया है। इस बार एक मीडिया टाइकून पर चीनी सरकार ने हमलावर है। मीडिया टाइकून और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के आलोचक, जिमी लाइ को 'विदेशी देश के साथ मिलीभगत' के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया।

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द न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया कि लाइ की कंपनी नेक्स्ट डिजिटल, Apple डेली अखबार को प्रकाशित करती है, जो नियमित रूप से हांगकांग सरकार और चीनी नेतृत्व को चर्चा में रखता है। चीनी अधिकारियों, हांगकांग में बीजिंग समर्थक समाचार आउटलेट और चीन के राज्य द्वारा संचालित समाचार मीडिया द्वारा उनकी निंदा की जाने लगी।

ऐपल डेली के अनुसार, 72 वर्षीय लाइ को एक विदेशी देश के साथ साझेदारी करने के आरोप में जांच के लिए ले जाया गया। लाई के अलावा, उनके दो बेटों को भी कंपनी व्यवसाय कोड का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने नेक्स्ट डिजिटल के एक वरिष्ठ अधिकारी मार्क साइमन के हवाले से कहा है कि लाइ के बेटों का ऐपल डेली के साथ कोई मतलब नहीं है। उनके बेटों से जबरदस्ती संपर्क जोड़ने से संकेत मिलता है कि अधिकारी लाई के निजी निवेश में भी जांच कर रहे हैं।

इस दौरान नेक्स्ट डिजिटल के कई वरिष्ठ कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। हांगकांग पुलिस ने ट्वीट किया, 'राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के उल्लंघन के संदेह में अब तक 39 से 72 साल की उम्र के 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अपराधों में राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए एक विदेशी देश / बाहरी तत्वों की मिलीभगत, एनएसएल का अनुच्छेद 29 शामिल है। जांच चल रही है।'

बताया गया कि मीडिया में बड़ा नाम हासिल किए लाइ पहले पिछले साल अनधिकृत विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए फरवरी में गिरफ्त में लिए गए थे। वहीं, विवादास्पद सुरक्षा कानून लागू करने के चक्कर में कई देशों ने हांगकांग के साथ अपने प्रत्यर्पण समझौते को निलंबित कर दिया है।

बता दें कि हांगकांग में यह कानून लागू होने के बाद वहां पर चीन के खिलाफ कुछ भी बोलना अपराध की श्रेणी में आ जाएगा और उसके लिए कड़े दंड का प्रावधान होगा। इसी प्रकार से हांगकांग में विदेशी गतिविधियां भी सीमित हो जाएंगी। जानकारों का मानना है कि इससे वहां की आर्थिक स्थिति भी प्रभावित होगी। हांगकांग को सशर्त हस्तांतरण के समय से ही कई तरह की स्वतंत्र गतिविधियों के अधिकार प्राप्त हैं, जो चीन की मुख्य भूमि के लोगों को नहीं हैं।

हांगकांग के आखिरी गवर्नर रहे क्रिस पैटन ने चीन के ताजा कदम को हांगकांग के साथ धोखा बताया था। उन्होंने पश्चिमी देशों से मांग की थी कि वे चीन की साजिश के खिलाफ खड़े हों और उसे रोकें।


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