हांगकांग में चल रहे भारी प्रदर्शन से क्यों चिंतित हुआ ड्रैगन, जानें- क्या है पूरा मामला
इस कानून के अनुसार अगर कोई व्यक्ति चीन में अपराध करके हांगकांग में शरण लेता है तो उसे जांच प्रक्रिया में शामिल होने के लिए चीन भेज दिया जाएगा।
हांगकांग, एजेंसी । हांगकांग में सरकार के खिलाफ चल रहा प्रदर्शन अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। ताजा घटनाक्रम में इस आंदोलन में प्रदर्शनकारियों के साथ यहां के सिविल सर्वेंट भी शामिल हो गए हैं। इससे हांगाकांग सरकार की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। प्रदर्शनकारी सरकार के प्रत्यर्पण विधेयक का विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी सरकार से प्रत्यर्पण बिल को पूरी तरह से वापस लेने की मांग कर रहे हैं। हांगकांग में भारी प्रदर्शन के चलते चीन की नींद भी गायब है।
इस बीच सिविल सेवकों के इस ऐलान के बाद हांगकांग के मुख्य कार्यकारी कैरी लैम ने एक सख्त चेतावनी जारी किया है। लैम का कहना है सविल सेवको से उम्मीद की जाती है वे राजनीतिक रूप से तटस्थ बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीतिक तटस्थता के सिद्धांत को कमजोर करने वाला कोई भी क्रियाकिलाप अस्वीकार्य होगा। लैम ने कहा है कि सिविल सर्वेंट के इस कदम से उनका जनता के बीच विश्वास उठ जाएगा। इससे जनता के बीच एक गलत धारण पैदा होगी।
उधर, प्रत्यर्पण विधेयक को बीते हफ्ते ही पारित किया जाना था, लेकिन जनता के भारी विरोध के चलते इस टाल दिया गया है। बीजिंग समर्थक हांगकांग की नेता कैरी लाम ने शनिवार को कहा कि प्रत्यर्पण की अनुमति देने वाला विधेयक अब निलंबित रहेगा। पिछले हफ्ते प्रदर्शनकारियों एवं पुलिस के बीच हिंसक झड़प भी हुई। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हम हांगकांग के लोग हैं। हमें किसी भी प्रदर्शन में भाग लेने व स्वतंत्र रूप से बोलने का बुनियादी हक है। प्रदर्शनकारी ने कहा कि पुलिस कार्रवाई की स्वतंत्र जांच हो।
रविवार को हुए इस आंदोलन में आयोजकों का दावा है कि करीब 40 हजार लोग शामिल थे, लेकिन पुलिस का कहना है कि करीब 13 हजार प्रदर्शनकारी थे।
आखिर क्या है इस कानून में बड़ा पेंच
इस कानून के अनुसार अगर कोई व्यक्ति चीन में अपराध करके हांगकांग में शरण लेता है तो उसे जांच प्रक्रिया में शामिल होने के लिए चीन भेज दिया जाएगा। हांगकांग सरकार इस मौजूदा कानून में संशोधन के लिए फरवरी में प्रस्ताव लाई थी। कानून में संशोधन का प्रस्ताव एक घटना के बाद लाया गया। इसमें एक व्यक्ति ने ताइवान में अपनी प्रेशर की कथित तौर पर हत्या कर दी और हांगकांग वापस आ गया। हांगकांग एक एक स्वायत्त दृवीप है। चीन इसे अपने संप्रभु राज्य का हिस्सा मानता है। इसके चलते हांगकांग और चीन के बीच कोई प्रत्यर्पण सिंध नहीं हुई है। अगर ये कानून पास हो जाता है तो इससे चीन को उन क्षेत्रों में संदिग्धों को प्रत्यर्पित करने की अनुमति मिल जाएगी, जिनके साथ हांगकांग का समझौता नहीं है। उदाहरण के तौर पर संबंधित अपराधी को ताइवान और मकाऊ प्रत्यर्पित किया जा सकेगा।
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