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हांगकांग ने एनवाई मार्च के बाद हिंसा, पुलिस ने 400 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया

आयोजकों का दावा है कि इस विरोध में एक लाख से अधिक लोगों ने हिस्‍सा लिया। हांगकांग पुलिस ने इस मार्च की अनुमति नहीं दी थी।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Thu, 02 Jan 2020 02:20 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jan 2020 02:29 PM (IST)
हांगकांग ने एनवाई मार्च के बाद हिंसा, पुलिस ने 400 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया
हांगकांग ने एनवाई मार्च के बाद हिंसा, पुलिस ने 400 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया

हांगकांग, एजेंसी । हांगकांग पुलिस ने नए साल के अवसर पर सरकार विरोधी मार्च के दौरान अवैध हथियार रखने के आरोप में 400 लोगों को गिरफ्तार किया है। आयोजकों का दावा है कि इस विरोध में एक लाख से अधिक लोगों ने हिस्‍सा लिया। हांगकांग पुलिस ने मार्च की अनुमति दी थी, लेकिन प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिली थी। एफआइ न्‍यूज के रिपोर्ट के मुताबिक हांगकांग में बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के आदेशों की अवहेलना करते हुए सड़कों पर निकल आए। इसके चलते पुलिस व कट्टपंथियों के बीच झड़पें भी हुईं। 

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हालांकि, यह दावा किया जा रहा है कि पुलिस न नागरिक मानवाधिकार मोर्चा के आग्रह पर तीन घंटे के मार्च का अादेश दिया था। इस मार्च के तीन घंटे बाद कुछ प्रदर्शनकारियों ने एचएसबीसी बैंक की एक शाखा में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इसके चलते पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प शुरू हो गई। प्रदर्शनकारियों ने बैंक में आग लगा दी और पुलिस पर पत्‍थर फेंकना शुरू कर दिया। देखते-देखते पूरा यहां हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गया। पुलिस ने हिंसा करने वाले 400 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शन समाप्‍त हो गया।

हजारों लोगों ने शांतिपूर्वक पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश के नागरिकों से आग्रह किया कि वे 2020 में विरोध प्रदर्शनों को जीवित रखें और सरकार की लोकतंत्र विरोधी आंदोलन की मांगों को याद दिलाएं। प्रद र्शनकारियों की प्रमुख मांगों में मुख्य कार्यकारी और अन्य प्रतिनिधियों को चुनने के लिए प्रत्यक्ष सार्वभौमिक मताधिकार शामिल है। इसके अलावा करीब 6,000 बंदियों को मुक्त किए जाने की मांग रखी। विरोध प्रदर्शन को अशांति नहीं माना जाए और कथित पुलिस क्रूरता में एक स्वतंत्र जांच शुरू की जाए।

आपको बता दें कि एक प्रत्‍यर्पण कानून के विरोधस्‍वरूप शुरू हुआ ये आंदोलन अब काफी व्‍यापक और उग्र भी हो गया है। इस कानून के तहत हांगकांग से अपराधियों को चीन भेजने और वहां पर मुकदमा चलाने का प्रावधान था। इस बिल का प्रारूप तैयार कराने और इसको पास करवाने में दो लोग बेहद अहम थे। इनमें पहला नाम हांगकांग की नेता कैरी लाम का है तो दूसरा नाम उनकी मुख्य कानूनी सलाहकार टेरेसा चेंग का है। लोगों के जबरदस्‍त विरोध के बाद बिल को वापस ले लिया गया है लेकिन यहां के लोगों में गुस्‍सा बरकरार है।आंदोलनकारियों ने पिछले दिनों कई दुकानों में आग तक लगा दी थी।

इसके बाद आंदोलनकारियों और पुलिस में हिंसक झड़पें तक हुई हैं। अभी तक तीन लोग इस आंदोलन की भेंट चढ़ चुके हैं। इनमें दो छात्र और एक बुजुर्ग शामिल है। हांगकांग के मसले पर दनिया इस बात को लेकर चिंतित है कि कहीं चीन की सरकार इस मुद्दे को भी थियानमेन चौक स्‍क्‍वायर मामले की तरह न निपटे। वहीं चीन भी इससे बचने की कोशिश कर रहा है। चीन नहीं चाहता है कि पुराना इतिहास दोहराकर विश्‍वभर में उसकी छवि धूमिल हो।

हांगकांग में लोकतंत्र समर्थकों के पक्ष में अमेरिका ने भी एक बिल पास कर दिया है। इस बिल के पास हो जाने के बाद अमेरिका चीन पर कुछ प्रतिबंध तक लगा सकता है। लेकिन यदि ऐसा हुआ तो यह दोनों देशों के बीच तनाव की बड़ी वजह बन जाएगा। अब भी इन दोनों देशों में ट्रेड वार को लेकर जबरदस्‍त तनातनी का माहौल है। चीन की तरफ से बेहद सख्‍त लहजे में यह कहा जा चुका है कि अमेरिका इस मामले में अपनी टांग न अड़ाए, चीन इसको बर्दाश्‍त नहीं करेगा।   


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