'Google का यह एंड्रॉयड ऐप साइबर अपराधियों के लिए एक 'गिफ्ट' जैसा है'
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने गूगल की चैट सुविधा पर सवाल उठाए हैं। उसका कहना है कि यह साइबर अपराधियों और सरकारी जासूसी के लिए एक गिफ्ट की तहत होगा।
सैन फ्रांसिस्को (आइएएनएस)। गूगल ने व्हाट्सऐप और अन्य मोबाइल मैसेजिंग ऐप की तहत खुद का चैट ऐप लॉन्च करने का फैसला किया है। सर्च इंजन कंपनी एक नई चैट ऐप पर काम कर रही है और संभव है कि जल्द यह लॉन्च भी हो जाएगी। कंपनी ने इसका नाम Chat रखा है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था, एमनेस्टी इंटरनेशनल ने गूगल की चैट सुविधा पर सवाल उठाए हैं। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा है कि गूगल का यह निर्णय एंड्रायड यूजर्स की गोपनीयता की पूरी तरह से अवमानना दिखाता है। यह साइबर अपराधियों और सरकारी जासूसी के लिए एक गिफ्ट की तहत होगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नई चैट सेवा में मैसेज इंटरनेट के जरिए नहीं बल्कि मोबाइल फोन से भेजे जा सकेंगे, यानि एसएमएस के जरिए। इस हफ्ते 'द वर्ज' के एक बयान में, गूगल प्रवक्ता ने पुष्टि की कि नई सेवा एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का उपयोग नहीं करेगी और गूगल अपने मौजूदा मोबाइल मैसेजिंग ऐप 'एलो' में निवेश रोक रहा है, जिसमें एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का उपयोग होता है। एमनेस्टी इंटरनेशनल एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को तकनीकी कंपनियों के लिए न्यूनतम आवश्यकता मानता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मैसेजिंग ऐप्स में निजी जानकारी निजी रहती है।
क्या है एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन
एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन एक सिक्योरिटी फीचर है। उदाहण के तौर पर बता दें कि जैसे आप व्हाट्सऐप से जो भी डाटा शेयर करेंगें जैसे चैट, इमेज, वीडियो या मैप वह डाटा केवल आपके और आप जिस व्यक्ति को भेज रहे हैं उसके बीच रहेगा, बीच में उसे कोई और नहीं पढ़ पायेगा।
क्या है गूगल की नई सर्विस
गूगल ने साल 2013 में Talk app को बंद करके Hangouts शुरू किया था और फिर बाद में Allo लेकर आया था। लेकिन गूगल ने अब Allo पर अपने काम को रोक दिया है। कंपनी इन दिनों एक नई सर्विस पर काम कर रही है, जिसे Chat नाम दिया गया है। गूगल के Chat ऐप की सबसे बड़ी खासियत ये होगी कि यूजर इसी एप के जरिए किसी दूसरे यूजर को एसएमएस कर सकेंगे। यानी गूगल के इस ऐप में एसएमएस करने के लिए यूजर्स को ऐप के बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।