गिलगित बाल्टिस्तान एक्टिविस्ट बोले- लद्दाखी बौद्ध धर्म के लोगों को लेकर पाकिस्तान का दोहरा मापदंड
पाकिस्तान को लद्दाख और अफगानिस्तान की ओर मार्ग खोलना चाहिए जिससे गिलगित बाल्टिस्तान की लोग अपने परिवारों से मिल पाएं।
जिनेवा, एएनआइ। जिनेवा में UNHRC के 43 वें सत्र में गिलगित बाल्टिस्तान (Gilgit Baltistan) के राजनीतिक कार्यकर्ता सेंज एच सेरिंग ने कहा कि पाकिस्तान ने गिलगित-बाल्टिस्तान के स्थानीय लोगों के लिए जेल जैसी स्थिति बना रखी है। पाकिस्तान को लद्दाख और अफगानिस्तान की ओर मार्ग खोलना चाहिए, जिससे गिलगित बाल्टिस्तान की लोग अपने परिवारों से मिल पाएं। कहा गया इससे लद्दाख के बौद्ध धर्म के लोग धार्मिक स्थलों की यात्रा करने में सक्षम हो पाएंगे।
सेंज एच सेरिंग ने सवाल पूछते हुए कहा, 'अगर भारतीय सिखों का पाकिस्तान के करतारपुर में स्वागत किया जाता है, तो लद्दाखी बौद्धों को समान धार्मिक अधिकारों से वंचित क्यों किया जा रहा है?' उन्होंने पाकिस्तान से कहा कि ऐसा दोहरा मापदंड, क्यों?