जर्मनी द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजियों द्वारा चुराई गई पेंटिंग इटली को लौटाएगा
पेंटिंग को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजी सैनिकों द्वारा चुराया गया था। पेंटिंग का नाम वास ऑफ फ्लावर्स (Vase of Flowers) है।
बर्लिन, एपी। जर्मनी, द्वितीय विश्व युद्ध( Second World War) के दौरान नाजियों द्वारा चुराई गई एक पेंटिंग, इटली को लौटाने जा रहा है। जर्मनी का कहना है कि यह इटली में डच कलाकार जान वैन हुय्सुम द्वारा की गई पेंटिंग थी, जो वह इटली को लौटाएगा। इस पेंटिंग को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजी सैनिकों द्वारा चुरा लिया गया था। सरकार ने शनिवार को एक बयान में कहा कि जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास और इतालवी विदेश मंत्री एनजो मोवरो, उफिजी गैलरी में वास ऑफ फ्लावर्स(Vase of Flowers) नाम की इस पेंटिंग को वापस इटली को सौंपने के लिए फ्लोरेंस की यात्रा करेंगे।
बता दें इटली के उफिजी गैलरी के निदेशक इइक श्मिट ने इस साल की शुरुआत में पेंटिंग की वापसी के लिए एक सार्वजनिक अपील की थी। तेल चित्रकला 1824 से द्वितीय विश्व युद्ध के प्रकोप तक फ्लोरेंस में पिट्टी पैलेस संग्रह का हिस्सा थी। यह जर्मनी के सैनिकों द्वारा चुराया गया था और जर्मनी के पुनर्मिलन के बाद तक फिर से सतह पर नहीं आया। यह तुरंत स्पष्ट नहीं था कि क्या परिवार के पास वर्तमान में पेंटिंग का मुआवजा है।