रूस और जर्मनी की बेलारूस को नसीहत, राजनीतिक कैदियों को तत्काल रिहा करे सरकार
दोनों नेताओं की इस बात पर सहमति थी कि बेलारूस की सरकार को प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल प्रयोग से बचना चाहिए।
बर्लिन, एजेंसी। बेलारूस में शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के बीच जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से वहां के हालात के बार में विस्तार से चर्चा की। दोनों नेताओं की इस बात पर सहमति थी कि बेलारूस की सरकार को प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल प्रयोग से बचना चाहिए। एंजेला के प्रवक्ता स्टीफन साइबर्ट ने एक बयान में कहा कि चांसलर ने जोर देकर कहा कि बेलारूसी सरकार को शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा से बचना चाहिए। चांसलर ने कहा कि राजनीतिक कैदियों को तत्काल रिहा करना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि बेलारूस को इस राजीनतिक संकट को दूर करने के लिए विपक्ष और नागरिक समाज के साथ एक राष्ट्रीय वार्ता शुरू करनी चाहिए।
उधर, बेलारूस प्रकरण पर यूरोपीय संघ ने एक आपात शिखर बैठक बुलाई है। यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने कहा कि बुधवार को बेलारूस के मामले में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए आपात बैठक होगी। पिछले हफ्ते ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की बैठक में बेलारूस के पड़ोसी पोलैंड और चेक रिपब्लिक ने इस मुद्दे पर आपात शिखर वार्ता बुलाने की अपील की थी। गौरतलब है कि बेलारूस में हालिया चुनावों में राष्ट्रपति अलेक्जंडर लुकाशेंकों के लगातार छठी बार चुने जाने के बाद से ही सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारी चुनावों में धांधली का आरोप लगा रहे हैं। प्रदर्शनकारी नए सिरे से चुनाव कराना चाहते हैं। चार्ल्स मिशेल ने ट्वीटर पर लिखा कि बेलारूस के लोगों को अपना भविष्य और स्वतंत्र रूप से अपना नेता चुनने का हक है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा अस्वीकार्य है और इसकी इजाजत नहीं दी जाएगी।
सोमवार को जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रांक-वाल्टर श्टाइनमायर और फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रो ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल प्रयोग के लिए बेलारूस की सरकार की निंदा की थी। जर्मनी के राष्ट्रपति ने कहा कि वह उन लोगों के साहस की सराहना करते हैं , जो शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरे हैं। उन्होंने कहा कि मैं राष्ट्रपति लुकाशेंको से अपील करता हूं कि वे हिंसा की बजाय संवाद का रास्ता चुनें। उन्होंने कहा कि बेलारूस की सेना को अपने ही लोगों पर हिंसा नहीं करनी चाहिए।