अफगानिस्तान में जनरल मिलर ने संभाली नाटो सेना की कमान
मिलर ने ऐसे वक्त पर यह जिम्मेदारी संभाली है जब 17 वर्षों से जारी संघर्ष को खत्म कर तालिबान को वार्ता के लिए मजबूर करने की अमेरिकी नीति पर सवाल उठ रहे हैं।
काबुल, रायटर। अफगानिस्तान में रविवार को अमेरिकी जनरल स्कॉट मिलर ने नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) सेना की कमान संभाल ली। मिलर ने जनरल जॉन निकलसन का स्थान लिया है। मिलर ने ऐसे वक्त पर यह जिम्मेदारी संभाली है जब 17 वर्षों से जारी संघर्ष को खत्म कर तालिबान को वार्ता के लिए मजबूर करने की अमेरिकी नीति पर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में तालिबान से लड़ने का लंबा अनुभव रखने वाले मिलर कितने कामयाब होते हैं, यह तो वक्त ही तय करेगा?
'ताजा हालात से संतुष्ट होकर नहीं बैठ सकते'
11 सितंबर, 2001 को अमेरिका पर हुए आतंकी हमले के बाद अफगानिस्तान पहुंचने वाले पहले सैन्य दस्ते में मिलर भी शामिल थे। राजधानी स्थित नाटो मुख्यालय में कमान सेरेमनी के मौके पर मिलर ने कहा, 'अपनी रणनीति में सफल होने के लिए हमें दुश्मन और वातावरण को लगातार समझते रहना चाहिए। हम ताजा हालात से संतुष्ट होकर नहीं बैठ सकते।'
तालिबान के हमले बढ़े
अमेरिका पिछले एक साल से तालिबान पर सैन्य दबाव डालने की कोशिश कर रहा है ताकि उसे शांति समझौते के लिए मजबूर किया जा सके। लेकिन यह नीति अधिक कारगर होती नहीं दिख रही। तालिबान के हमलों में हताहतों की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। काबुल और जलालाबाद जैसे प्रमुख शहरों पर आतंकी हमले बढ़ गए हैं।