फ्रांसीसी शिक्षक की पहचान के लिए हत्यारे ने छात्रों को दिए थे पैसे, इस्लामी कट्टरपंथी ने कर दी सिर काटकर हत्या
फ्रांस के आतंकवाद अभियोजक जीन फ्रेंको रिचर्ड ने कहा है कि कक्षा में पैगंबर के कैरीकेचर दिखाने वाले इतिहास के फ्रांसीसी शिक्षक सैमुअल पैटी के 18 वर्षीय कट्टरपंथी संदिग्ध हत्यारे ने उनकी पहचान करने में मदद के लिए कुछ छात्रों को पैसे दिए थे।
पेरिस, एजेंसियां। फ्रांस के आतंकवाद अभियोजक जीन फ्रेंको रिचर्ड ने बुधवार को बताया कि कक्षा में पैगंबर के कैरीकेचर दिखाने वाले इतिहास के फ्रांसीसी शिक्षक सैमुअल पैटी के 18 वर्षीय कट्टरपंथी संदिग्ध हत्यारे ने उनकी पहचान करने में मदद के लिए कुछ छात्रों को पैसे दिए थे। पैटी की पिछले हफ्ते पेरिस के पास सिर काटकर हत्या कर दी गई थी। रिचर्ड ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि एक 14 वर्षीय और एक 15 वर्षीय छात्र उन सात लोगों में शामिल हैं जो जांच मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश हुए।
हत्यारोपी जानता था शिक्षक का नाम
जीन फ्रेंको रिचर्ड ने बताया, जांच में पता चला कि हत्यारोपी शिक्षक का नाम, स्कूल का नाम और उसका पता जानता था। इसके बावजूद वह शिक्षक को नहीं पहचानता था। यह सिर्फ उसी स्कूल के छात्रों की मदद से संभव था। लिहाजा पैटी की पहचान करने के लिए उसने स्कूली छात्रों को 300-350 यूरो दिए थे। अधिकारियों ने हत्यारोपित की पहचान 18 वर्षीय अब्दोलाख अंजोरोव के रूप में की है।
सरकार ने भंग किया इस्लामी समूह
फ्रांस सरकार ने शेख यासीन इस्लामी एसोसिएशन को भंग करने का आदेश दिया है। इस एसोसिएशन का संस्थापक अब्देलहाकिम सैफरियोई फ्रांसीसी शिक्षक की हत्या के मामले में संदिग्ध के तौर पर हिरासत में है। इस बीच, दक्षिण-पश्चिम फ्रांस के बोर्डिआक्स और बेजियर्स शहरों की मस्जिदों में हिंसा की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। गृह मंत्री गेराल्ड डर्मानिन ने बुधवार को इसकी जानकारी देते हुए ट्वीट किया कि इस तरह के हिंक कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मस्जिद में आग लगाने की धमकी
फ्रांस ब्ल्यू रेडियो ने मंगलवार देर रात अपनी वेबसाइट पर सूचना दी थी कि बेजियर्स में अर-रहमा मस्जिद के लोगों ने पुलिस से शिकायत की है कि उन्हें फेसबुक पर नफरत भरे संदेशों के साथ ही मस्जिद में आग लगाने की धमकी मिली है। यह धमकी उस घटना के बाद मिली है जिसमें एक युवक ने पैगंबर मुहम्मद के कैरिकेचर दिखाने के लिए एक फ्रांसीसी इतिहास के शिक्षक की पेरिस में हत्या कर दी थी। प्रधानमंत्री जीन कैस्टेक्स ने मंगलवार को संसद में कहा था कि फ्रांस के भविष्य को खतरे में डालने वालों से निबटने के लिए एक कड़े कानून की जरूरत है।