फ्रांस के आंतरिक मंत्री ने कहा- ऐसी मस्जिदों को बंद कर दिया जाएगा, जहां आतंकवाद की तैयार हो रही पौध
फ्रांस में मुस्लिम कट्टरपंथियों के हमले के बाद लगातार निगरानी और सख्ती का दौर चल रहा है। अब सरकार ने ऐसी मस्जिदों को जांच के दायरे में लिया है जिनमें मुस्लिम कट्टरपंथियों और आतंकवादियों को तैयार किया जाता है।
पेरिस, आइएएनएस । फ्रांस में मुस्लिम कट्टरपंथियों के हमले के बाद लगातार निगरानी और सख्ती का दौर चल रहा है। अब सरकार ने ऐसी मस्जिदों को जांच के दायरे में लिया है, जिनमें मुस्लिम कट्टरपंथियों और आतंकवादियों को तैयार किया जाता है। फ्रांस के आंतरिक मंत्री जेराल्ड डर्मानिन ने पुष्टि करते हुए कहा है कि ऐसी मस्जिदों को बंद कर दिया जाएगा, जहां आतंकवाद की पौध तैयार हो रही है।
राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा- फ्रांस मुस्लिम कट्टरपंथियों से लड़ाई लड़ रहा
ज्ञात हो कि फ्रांस की सरकार ने पेरिस के उत्तरपूर्वी क्षेत्र की प्रमुख मस्जिद को अक्टूबर माह में बंद कर दिया था। यह कार्रवाई यहां पर लगातार मुस्लिम कट्टरपंथियों के हमले के बाद की गई। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों कह चुके हैं कि देश मुस्लिम कट्टरपंथियों से लड़ाई लड़ रहा है। उनका बयान एक शिक्षक सैमुअल पैटी के गला काट देने की घटना के बाद आया था। इसके बाद लगातार दो घटनाएं हुई थीं। जिनमें एक घटना सिनेगॉग (यहूदी पूजाघर) के पास हुई, जहां एक महिला का गला काटते हुए दो अन्य लोगों की हत्या कर दी गई थी।
फ्रांस में मुसलमानों पर बढ़ता दबाव
फ़्रांस की मुस्लिम परिषद इस हफ़्ते राष्ट्रपति मैक्रों से मिलेगी। वे चाहते हैं कि राष्ट्रपति इमामों के लिए नए रिपब्लिकन मूल्यों के चार्टर पर रज़ामंदी दे।
परिषद नौ अलग-अलग मुस्लिम संगठनों का प्रतिनिधित्व करती हैं
ये परिषद नौ अलग-अलग मुस्लिम संगठनों का प्रतिनिधित्व करती हैं। परिषद से कहा गया था कि वे अपनी किताबों में फ़्रांस के रिपब्लिकन मूल्यों को शामिल करें, इस्लाम को राजनीतिक आंदोलन के तौर पर अस्वीकार करें और विदेशी प्रभाव को प्रतिबंधित करें।
फ़्रांस में इस्लाम एक ऐतिहासिक मोड़ पर आ गया
इस परिषद सीएफ़सीएम के उपाध्यक्ष शम्स-एद्दीन हाफ़िज़ ने कहा कि इस नए चार्टर को लेकर सब सहमत नहीं हैं, लेकिन फ़्रांस में इस्लाम एक ऐतिहासिक मोड़ पर आ गया है और हम मुसलमानों को अपनी ज़िम्मेदारियों का सामना करना है।