अफगानिस्तान के जलालाबाद में हमला, चार की मौत
अफगानिस्तान ( Afghanistan) के नांगरहार प्रांत (Nangarhar province) में शनिवार शाम को हमला हुआ जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। यह जानकारी अफगानिस्तानी मीडिया एजेंसी टोलो न्यूज ने दी है। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि मरने वालों में एक बच्चा भी है।
नांगरहार, एएनआइ। अफगानिस्तान ( Afghanistan) के नांगरहार प्रांत (Nangarhar province) में शनिवार शाम को हमला हुआ जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। यह जानकारी अफगानिस्तानी मीडिया एजेंसी टोलो न्यूज ने दी है। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि मरने वालों में एक बच्चा भी है। यह हमला जलालाबाद के डिस्ट्रिक्ट 3 में हुआ। बतया गया है कि मारे जाने वालों में दो सुरक्षाकर्मी और दो आम नागरिक थे जिसमें से एक बच्चा है।
इससे पहले शुक्रवार को चारिकार सिटी (Charikar city) में विस्फोट हुआ था। जबिहुल्ला मुजाहिद के अंतर्गत कार्यरत डिप्टी हेड बिलाल करीमी ( Bilal Karimi) ने बताया कि यह विस्फोट इस्लामिक एमिरात सैन्य बल के वाहन को निशाना बना कर किया गया था। करीमी के अनुसार विस्फोट के बाद मौके पर सुरक्षा बल पहुंची और सर्च आपरेशन शुरू कर दिया। इस दौरान एक दाएश लड़ाकों (Daesh fighters) के ठिकाने का पता चला। करीमी ने बताया कि ठिकाने में कुछ लड़ाके मौजूद थे जिनमें से कुछ मारे गए और कुछ को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि विस्फोट में इस्लामिक एमिरात सुरक्षाबल के पांच सदस्य जख्मी हो गए।
अफगानिस्तान के करीब आतंकी हमले में मारे गए 5 सैनिक
पाकिस्तानी तालिबान (Pakistani Taliban) ने शनिवार को अफगान सीमा के करीब सुरक्षा बलों के एक वाहन को निशाना बनाया जिसमें चार सैनिकों व पुलिस के एक जवान की हत्या कर दी गई। बयान में उन्होंने बताया कि उत्तरी वजीरिस्तान के स्पिनवाम एरिया में हमला हुआ।
अफगानिस्तान में तालिबान की कार्यवाहक सरकार के गृह मंत्रालय ने पंजशीर प्रांत में नागरिकों की हत्या व यातना देने संबंधी रिपोर्ट की जांच कराने की बात कही है। तालिबान के लड़ाकों पर ही हत्या व यातना देने के आरोप हैं, ऐसे में सरकार की जांच संबंधी घोषणा के बाद भी लोगों को न्याय मिलने की उम्मीद नहीं दिखती।
पुनर्वास से पहले अमेरिकी सैन्य छावनी खाली करने लगे अफगानी
रायटर के अनुसार, अफगानी शरणार्थियों की मेजबानी करने वाले अमेरिका स्थित सैन्य बेस में कुछ अप्रत्याशित हो रहा है। सूत्र बताते हैं कि अमेरिकी पुनर्वास सेवा हासिल करने से पहले सैकड़ों अफगानी शरणार्थी शिविर खाली करने लगे हैं। हालांकि, अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के एक प्रवक्ता का कहना है कि वही लोग शिविर छोड़ रहे हैं, जिनका कोई जानकार यहां रहता है और जिसकी मदद से वे अपनी आजीविका तलाश सकते हैं।