श्रीलंका के चार दिवसीय दौरे पर विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रंगला, श्री दलदा मालिगावा मंदिर पहुंचकर लिया आशीर्वाद
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला चार दिवसीय यात्रा पर शनिवार को श्रीलंका के कोलंबो पहुंचे। श्रीलंका के विदेश सचिव जयनाथ कोलम्बेज और श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले ने कोलंबो पहुंचने पर श्रृंगला का गर्मजशी से स्वागत किया।
कोलंबो, एएनआइ। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने रविवार को कैंडी शहर के श्री दलदा मालिगावा मंदिर में आशीर्वाद लेकर श्रीलंका की अपनी यात्रा की शुरुआत की। विदेश सचिव की अगुआई मंदिर के मुख्य संरक्षक दीयावदान निलामे ने की। श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने एक ट्वीट में कहा, 'विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने श्री दलदा मालिगावा में आशीर्वाद लेकर अपनी यात्रा शुरू की। मंदिर के माननीय दियावदान निलामे ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।'
Foreign Secretary Harsh Vardhan Shringla begins his two-day visit to Sri Lanka by offering prayers at the Temple of the Sacred Tooth Relic in Kandy pic.twitter.com/68UIsoVDTW
— ANI (@ANI) October 3, 2021
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला चार दिवसीय यात्रा पर शनिवार को श्रीलंका के कोलंबो पहुंचे। श्रीलंका के विदेश सचिव जयनाथ कोलम्बेज और श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले ने कोलंबो पहुंचने पर श्रृंगला का स्वागत किया। विदेश सचिव की यात्रा भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय संबंधों, चल रही द्विपक्षीय परियोजनाओं की प्रगति और COVID-19 संबंधित व्यवधानों से निपटने के लिए चल रहे सहयोग की समीक्षा करने का अवसर प्रदान करेगी।
इस साल की शुरुआत में भारत ने नेबरहुड फर्स्ट पालिसी के तहत श्रीलंका को कोविड-19 टीकों की आपूर्ति की।नई दिल्ली ने इस नीति के तहत पड़ोसी मुल्कों भूटान, मालदीव, नेपाल, म्यांमार, अफगानिस्तान और बांग्लादेश को भी COVID-19 के टीके भेजे थे।
भारत और श्रीलंका के बीच 12 दिनों का सैन्य अभ्यास कल से होगा शुरू
भारत और श्रीलंका के बीच 12 दिनों का सैन्य अभ्यास सोमवार यानी कल से शुरू होने जा रहा है। इस अभ्यास के दौरान आतंकवाद रोधी आपरेशन पर सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रिय किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इसका आयोजन श्रीलंका के अंपारा स्थित कांबैट ट्रेनिंग स्कूल में चार अक्टूबर से होगा और यह 15 अक्टूबर तक चलेगा। इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच करीबी संबंध बढ़ाना और चरमपंथ एवं आतंकवाद रोधी अभियानों में बेहतर प्रक्रियाओं को साझा करना है।