थाईलैंड ने दाऊद के गुर्गे मुन्ना झिंगड़ा को पाक के हवाले किया, भारत से बिगड़ सकते हैं संबंध
थाईलैंड ने मुन्ना झिंगड़ा को पाकिस्तान के हवाले कर दिया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक थाईलैंड के इस कदम से नई दिल्ली और बैंकॉक के रिश्तों में खटास आ सकती है।
बैंकॉक, एएनआइ। बीते दिनों मुंबई हमलों के मास्टमाइंड और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के खास गुर्गे सैयद मुदस्सर हुसैन उर्फ मुन्ना झिंगड़ा को बैकॉक की अदालत ने पाकिस्तानी नागरिक घोषित कर दिया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस फैसले के बाद थाईलैंड ने मुन्ना झिंगड़ा को पाकिस्तान के हवाले कर दिया है। समाचार एजेंसी एएनआइ ने कहा है कि थाईलैंड के इस कदम से नई दिल्ली और बैंकॉक के रिश्तों में खटास आ सकती है।
थाईलैंड के अखबार 'द नेशन थाईलैंड' ने भारत सरकार के सूत्रों के हवाले से लिखा है कि थाईलैंड के इस फैसले से भारत को हैरानी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, मुन्ना झिंगड़ा को लेकर भारत थाईलैंड के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा कर सकता है। बता दें कि मुन्ना झिंगड़ा को नवंबर 2016 में भारत लाने की कोशिशें तेज हो गई थीं जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैंकॉक गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, थाईलैंड ने बीते नौ अक्टूबर को मुन्ना झिंगड़ा को पाकिस्तान के हवाले किया था।
बता दें कि थाईलैंड की अदालत ने माफिया डॉन छोटा राजन पर हमला करने के मामले में झिंगड़ा को 35 साल की सजा सुनाई थी। हालांकि, बाद में अदालत ने इस सजा को कम करके 16 साल कर दिया था। साल 2016 में मुन्ना झिंगड़ा को सजा काटने के बाद रिहा कर दिया था। चूंकि, भारत ने उसकी रिहाई से पहले साल 2012 में थाईलैंड से उसके प्रत्यर्पण की मांग की थी इसलिए झिंगड़ा एकबार फिर कानूनी लड़ाई में घिर गया।
झिंगड़ा के प्रत्यर्पण के लिए भारत बीते दो साल से थाईलैंड के संपर्क में था। भारत की ओर से कहा गया था कि झिंगड़ा भारतीय नागरिक है और उसको सईद मुजक्किर मुदस्सर हुसैन के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि, थाईलैंड की अदालत का फैसला झिंगड़ा के खिलाफ आया, जिसके बाद उसे पाकिस्तान को सौंप दिया गया है। सूत्र बताते हैं कि थाईलैंड के इस कदम से उसके भारत के साथ संबंधों में खटास आ सकती है।