यूरोपीय आयोग का आग्रह, पश्तून नेता की हत्या और पत्रकारों को चुप कराने के लिए पाकिस्तान पर कसी जाए नकेल
श्तून नेता आरिफ वजीर और पत्रकार साजिद हुसैन की निर्मम हत्याओं के लिए पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए यूरोपीय संसद (MEPs) के सदस्यों ने यूरोपीय आयोग का आह्वान किया है।
ब्रुसेल्स, एएनआई। पश्तून नेता आरिफ वजीर और पत्रकार साजिद हुसैन की निर्मम हत्याओं के लिए पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए यूरोपीय संसद (MEPs) के सदस्यों ने यूरोपीय आयोग का आह्वान किया है। यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन को मंगलवार को एक पत्र में चार MEPs हेल्मुट जियुकिंग, पीटर लुंडग्रेन, रेज़्ज़र्ड कजारनेकी, बोगदान रज़नका ने पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी, इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस पर मानवाधिकार रक्षकों और पत्रकारों को चुप कराने का आरोप लगाया।
पश्तून तहफुज आंदोलन (पीटीएम) के एक नेता वजीर पर 1 मई को दक्षिण वजीरिस्तान के वाना में उनके घर के बाहर आते ही अज्ञात हमलावरों द्वारा हमला किया गया। पत्र में लिखा गया यूरोपीय संसद के सदस्यों के रूप में, हम इन दो मानवाधिकार रक्षकों की क्रूर हत्याओं के लिए पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए यूरोपीय आयोग का आह्वान करते हैं। दोनों हत्याओं को पाकिस्तानी खुफिया विभाग ने अंजाम दिया।
MEPs ने आयोग को बलूच कार्यकर्ताओं पर चल रहे हमलों की स्वतंत्र और प्रभावी जांच के लिए अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार अधिवक्ताओं का समर्थन करने के लिए भी कहा गया है।
पत्र में आगे लिखा गया कि यह संयोग नहीं है कि ये हत्याएं हो रही हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय कोरोना वायरस महामारी से विचलित है। पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई ने पाकिस्तान के अंदर और बाहर दोनों जगह मानवाधिकार के रक्षकों और पत्रकारों को चुप कराना जारी रखा है। कोरोना वायरस (COVID -19) परीक्षण और चिकित्सा आपूर्ति से इनकार भेदभाव के कारण बलूच पर भी अत्याचार किया गया है। गौरतलब है कि इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना वयरस के उपचार को ढुंढने में लगी हुई है। दरअसल, दुनियाभर के करीब 33 लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं।
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