नवलनी को जहर देने के मामले में EU लगाएगा रूस पर प्रतिबंध, सदस्य देशों ने किया समर्थन
नवलनी को 20 अगस्त को साइबेरिया से मॉस्को की यात्रा के दौरान विमान में नोविचोक नाम का नर्व एजेंट दिया गया था। इसी के बाद नवलनी अचेत हो गए थे। बाद में उन्हें इलाज के लिए एयर एबुलेंस से बर्लिन लाया गया जहां उनकी जान बच पाई।
लक्जमबर्ग, रायटर। रूस के विपक्ष के नेता एलेक्सेई नवलनी को जहर देने के मामले में यूरोपीय यूनियन (ईयू) रूस पर प्रतिबंध लगाएगा। इस मामले में फ्रांस और जर्मनी की योजना का ईयू के बाकी 25 सदस्य देशों ने अनुसरण करने की घोषणा की है। यह घोषणा लक्जमबर्ग में हो रही ईयू के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में की गई। बैठक में फ्रांस और जर्मनी ने रूस पर प्रतिबंध की अपनी योजना को रखा था।
नवलनी को 20 अगस्त को साइबेरिया से मॉस्को की यात्रा के दौरान विमान में नोविचोक नाम का नर्व एजेंट दिया गया था। इसी के बाद नवलनी अचेत हो गए थे। बाद में उन्हें इलाज के लिए एयर एबुलेंस से बर्लिन लाया गया, जहां उनकी जान बच पाई। जर्मनी समेत कई प्रमुख यूरोपीय देशों ने विपक्षी नेता को जहर देने के लिए रूसी सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
यूरोपीय देशों के आरोप पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि घटना में सरकार का कोई हाथ नहीं था। वह मामले की जांच करा रही है। लेकिन ईयू रूस के इस बयान को सही नहीं मान रहा है। लक्जमबर्ग में विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने आए जर्मनी के विदेश मंत्री हीको मास ने मीडिया से कहा, फ्रांस और जर्मनी उन लोगों पर प्रतिबंध लगाएंगे, जो जहर देने के इस मामले में हमारे सामने आए हैं।
उन्होंने इस मामले में और कोई विवरण देने से इन्कार कर दिया। बाद में ईयू के विदेश मंत्रियों ने संकेत दिए कि वे रूस के उन सैन्य खुफिया अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा सकते हैं जो इस मामले में शामिल थे। ऐसे लोगों की यूरोप में मौजूद संपत्ति जब्त कर ली जाएगी और उनकी यात्रा पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। जवाब में रूसी सांसद व्लादिमीर जाबारोव ने कहा है कि बिना सुबूतों के ईयू अगर कोई कार्रवाई करेगा तो रूस भी उसका करारा जवाब देगा।
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