Move to Jagran APP

एलेक्सेई नवलनी की गिरफ्तारी पर अमेरिका और EU की आपत्ति, रूस से तत्काल रिहा करने की अपील

रूस के राष्ट्रपति भवन के आलोचक एलेक्सेई नवलनी (Alexey Navalny) 20 अगस्त को साइबेरिया से मास्को जाने के दौरान एक विमान में गंभीर रूप से बीमार पड़ गये थे। जिसके बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें जर्मनी ले जाया गया था।

By Manish PandeyEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 08:26 AM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 02:37 PM (IST)
एलेक्सेई नवलनी की गिरफ्तारी पर अमेरिका और EU की आपत्ति, रूस से तत्काल रिहा करने की अपील
अमेरिका और यूरोपीय यूनियन ने रूस से नवलनी को रिहा करने की अपील की है।

ब्रुसेल्स [बेल्जियम], एएनआइ। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के धुर विरोधी एलेक्सेई नवलनी की जर्मनी से रूस पहुंचते ही गिरफ्तारी पर यूरोपियन यूनियन और अमेरिका ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अमेरिका ने कहा है कि नवलनी को तत्काल रिहा किया जाए। वहीं, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने रूसी अधिकारियों से विपक्ष के नेता एलेक्सी नवलनी को रिहा करने का आग्रह किया है। नवलनी को कैद की उनकी निलंबित सजा की शर्तों के कथित उल्लंघन करने को लेकर गिरफ्तार किया गया है। नवलनी 20 अगस्त को साइबेरिया से मास्को जाने के दौरान एक विमान में गंभीर रूप से बीमार पड़ गये और कोमा में चले गये थे।

loksabha election banner

रविवार को विपक्षी नेता नवलनी जर्मनी में पांच माह तक इलाज कराने के बाद मास्को के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे थे, जहां पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी 2014 के एक पुराने मामले में गिरफ्तारी हुई है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने वक्तव्य जारी करते हुए कहा है कि रूस में चुनावों में भाग लेने के लिए सभी दलों और उम्मीदवारों को समान अवसर दिए जाने चाहिए। नवलनी कोई समस्या नहीं हैं। हम उनको बिना शर्त तत्काल रिहा करने की मांग करते हैं।

विदेश मंत्री ने कहा कि रूस की जनता ऐसी सरकार के लायक है, जहां विचारों की स्वतंत्रता, सरकार की जवाबदेही और स्वतंत्र न्याय पालिका हो। जनता को बिना किसी भय के अपने विचारों को व्यक्त करने की आजादी भी हो। इससे पहले विदेशों से नवलनी को लेकर आ रही प्रतिक्रियाओं पर रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोब ने सलाह दी कि वे अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करें और अपने घरेलू मामलों पर ध्यान दें।

बता दें कि एलेक्सेई नवलनी को अगस्त में जहर दिया गया था, जिसके चलते वह गंभीर रूप से बीमार पड़ गये थे और बेहतर इलाज के लिए उन्हें जर्मनी ले जाया गया था। उन्होंने इस घटना के लिए क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति भवन) को जिम्मेदार ठहराया था। नवलनी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर आरेाप लगाया कि वह उन्हें नये कानूनी प्रस्तावों द्वारा अब घर लौटने से रोक रहे हैं। क्रेमलिन ने विपक्ष के नेता को जहर देने में अपनी भूमिका होने की बात से बार-बार इनकार किया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.