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ईयू ने की अफगानिस्तान की मदद, डब्ल्यूएचओ के जरिये भेजी 14.4 मीट्रिक टन चिकित्सा सामग्री

अगस्त के बाद से डब्ल्यूएचओ ने शनिवार की शिपमेंट सहित 9 उड़ानों के माध्यम से लगभग 185 मीट्रिक टन आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति पहुंचाई है। विभिन्न सहायता एजेंसियां ​​और कई देश अफगानिस्तान के जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं।

By Manish PandeyEdited By: Published: Sun, 03 Oct 2021 03:10 PM (IST)Updated: Sun, 03 Oct 2021 03:10 PM (IST)
ईयू ने की अफगानिस्तान की मदद, डब्ल्यूएचओ के जरिये भेजी 14.4 मीट्रिक टन चिकित्सा सामग्री
वर्तमान में अफगानिस्तान को चिकित्सा और मानवीय सहायता की तत्काल आवश्यकता है।

काबुल, एएनआइ। तालिबान के कब्जे से बाद से ही संकटों से जूझ रहे अफगानिस्तान को यूरोपीय संघ ने मदद भेजी है। ईयू की नागरिक सुरक्षा और मानवीय सहायता एजेंसी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को 14.4 मीट्रिक टन तत्काल आवश्यक जीवन रक्षक चिकित्सा आपूर्ति प्रदान की है।

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चिकित्सा आपूर्ति को लेकर विशेष विमान शनिवार को काबुल में उतरा। इसके जरिए देश में 10,000 से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करने की उम्मीद है। यूरोपीय संघ की सहायता एजेंसी का आभार व्यक्त करते हुए डब्ल्यूएचओ ने समय पर समर्थन के लिए इसे धन्यवाद दिया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि आपूर्ति देश में बढ़ते स्वास्थ्य संकट कम करने में तेजी से मदद करेगी।

अगस्त के बाद से डब्ल्यूएचओ ने शनिवार की शिपमेंट सहित 9 उड़ानों के माध्यम से लगभग 185 मीट्रिक टन आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति पहुंचाई है। वर्तमान में अफगानिस्तान को चिकित्सा और मानवीय सहायता की तत्काल आवश्यकता है। विभिन्न सहायता एजेंसियां ​​और कई देश अफगानिस्तान के जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं।

सितंबर के अंत में संयुक्त राष्ट्र ने अफगानिस्तान की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को पतन से बचाने में मदद करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के केंद्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया कोष से जीवन रक्षक सहायता के रूप में 45 मिलियन अमरीकी डालर जारी करने की घोषणा की थी। मानवीय मामलों के लिए संयुक्त राष्ट्र के अवर महासचिव और आपातकालीन राहत समन्वयक मार्टिन ग्रिफिथ्स ने 2021 के अंत तक अफगानिस्तान में स्वास्थ्य सुविधाओं को चालू रखने के लिए 45 मिलियन अमरीकी डालर जारी किए थे।


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