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मार्मिक सुनवाई: कोर्ट रूम में छलका न्यूजीलैंड मस्जिद हत्याकांड के पीड़ितों का दर्द

जघन्य अपराध के लिए टैरंट को उम्रकैद की सजा होना तय लेकिन जज उसे बिना पैरोल के भी उम्रकैद दे सकते हैं। न्यूजीलैंड में ऐसी सजा पहले कभी नहीं सुनाई गई है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 06:47 PM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 08:43 PM (IST)
मार्मिक सुनवाई: कोर्ट रूम में छलका न्यूजीलैंड मस्जिद हत्याकांड के पीड़ितों का दर्द
मार्मिक सुनवाई: कोर्ट रूम में छलका न्यूजीलैंड मस्जिद हत्याकांड के पीड़ितों का दर्द

क्राइस्ट चर्च, एजेंसियां। न्यूजीलैंड में पिछले साल दो मस्जिदों में जुमे की नमाज के दौरान गोलीबारी करके 51 लोगों की हत्या के दोषी ब्रेंटन टैरेंट की सजा पर सुनवाई के दौरान कई पीड़ितों ने बेहद मार्मिक गवाही देते हुए उसे कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की अपील की।

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मारे गए तीन साल के बच्चे के पिता ने कहा-सच्चा इंसाफ अगले जन्म में होगा

इस हत्याकांड में मारे गए तीन साल के बच्चे मुसाद इब्राहिम के पिता ने कहा कि 'सच्चा इंसाफ' तो उसे अगले जन्म में ही मिलेगा और वह जेल में कैद होने से ज्यादा गंभीर होगा।

टैरंट को जघन्य अपराध के लिए उम्रकैद की सजा होना तय

इस जघन्य अपराध के लिए टैरंट को उम्रकैद की सजा होना तय है, लेकिन जज उसे बिना पैरोल के भी उम्रकैद की सजा सुना सकते हैं। न्यूजीलैंड में ऐसी सजा पहले कभी नहीं सुनाई गई है।

पिता को खोने वाली बेटी बोली- काश की वह हमले के समय उनके साथ होती

जबकि एक युवती सारा कासिम ने अपने पिता के मारे जाने पर कहा कि वह सिर्फ अंदाजा लगाती हैं कि अपने आखिरी समय में वह डरे होंगे या दर्द में होंगे। काश की वह उस समय उनके साथ होती और उनका हाथ थाम सकती। उसने हमलावर से कहा कि वह उसके पिता का नाम अब्देलफतेह कासिम याद रखे।

ऑस्ट्रेलियाई हत्यारे टैरंट को सजा के लिए सुनवाई जारी, पीड़ित पक्ष ने दी गवाहियां

बुधवार को ऑस्ट्रेलियाई हमलावर ब्रेनटन हैरिसन टैरंट की सजा पर चार दिवसीय सुनवाई के दौरान हमले में मारे गए सबसे छोटे बच्चे मुसाद इब्राहिम के पिता अदेन इब्राहिम दिरिये के बयान को परिवार के एक सदस्य ने पढ़ते हुए कहा, 'तुमने मेरे बेटे की हत्या की है। मेरे लिए तो तुमने पूरे न्यूजीलैंड को मार डाला है। जान लो कि तुम्हारा असली इंसाफ तो अगले जन्म में होगा और वह कहीं ज्यादा सख्त होगा। तुमने जो भी किया है, उसके लिए मैं तुम्हें कभी माफ नहीं करूंगा।' 25 साल पहले सोमालिया से बतौर रेफ्यूजी न्यूजीलैंड आने वाले दिरिये ने कोर्ट से कहा कि उनके बच्चे का भविष्य छीन लिया गया है।

पिता को खोने वाली बेटी नबी ने कहाटैरंट को बख्शा नहीं जाना चाहिए

इसीतरह, हमले में अपने 71 वर्षीय पिता को खोने वाले अहद नबी ने कहा कि 15 मार्च, 2019 को किए टैरंट के कायरतापूर्ण बर्ताव के लिए उसे कभी बख्शा नहीं जाना चाहिए। लोगों को पीछे से मारने वालों को बचाव का कोई अवसर नहीं मिलना चाहिए।

टैरंट को आतंकी हमले में 51 लोगों की हत्या का दोषी ठहराए जाने के बाद इसी हफ्ते सजा सुनाई जाएगी

उल्लेखनीय है कि 29 वर्षीय श्वेत बंदूकधारी टैरंट को आतंकी हमले में 51 लोगों की हत्या और 40 लोगों को जख्मी करने का दोषी ठहराए जाने के बाद इसी हफ्ते सजा सुनाई जानी है। उसने 2019 में जुमे की नमाज के समय दो मस्जिदों में जाकर अंधाधुंध गोलीबारी करके लोगों का नरसंहार किया था और इस हत्याकांड को फेसबुक पर लाइव प्रसारित भी किया था।


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