टिकटॉक पर बनाई थी वीडियो, इजिप्ट में 5 महिलाओं को मिली जेल और लगा 14 लाख का जुर्माना
मिस्त्र की अदालत ने 5 महिलाओं को टिकटॉक पर वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर शेयर करने के आरोप में दो साल की जेल की सजा सुनाई है और जुर्माना भी लगाया है।
मिस्त्र, न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज सर्विस। मिस्त्र की अदालत ने टिकटॉक पर वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर शेयर करने के आरोप में 5 महिलाओं पर जुर्माना लगाया है साथ ही दो साल की सजा भी सुनाई है। इन पांचों महिलाओं पर तीन लाख इजिप्टियन पाउंड (भारतीय मुद्रा में लगभग 14 लाख रुपये) का जुर्माना भी लगाया गया है।
इन महिलाओं पर जो आरोप लगाया गया था उसके अनुसार इन्होंने टिकटॉक पर जो वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर किया था उसमें अश्लीलता परोसी गई थी। पारिवारिक मूल्यों और सिद्धांतों का उल्लंघन किया गया था, लोगों की भावनाएं भड़काने का भी काम किया गया था। इन्हीं चीजों को ध्यान में रखते हुए उन पर ये कार्रवाई की गई। अदालत ने महिलाओं के वीडियो पोस्ट करने में मदद करने के आरोप में तीन पुरुषों को दोषी पाया। इन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
मिस्र के एक सरकारी वकील के मुताबिक मिस्र में पारिवारिक मूल्यों और सिद्धांतों का उल्लंघन करने, भावनाएं भड़काने और मानव तस्करी को बढ़ावा देना एक तरह से अपराध की श्रेणी में आता है यदि कोई ऐसा करता है तो वो सजा और जुर्माने का हकदार होता है। बचाव पक्ष के वकीलों ने दो महिलाओं के नाम बताए जिनमें 20 वर्षीय छात्र हानीन होसाम और 22 वर्षीय मोवादा अल-अधम शामिल हैं। जबकि अन्य तीन महिलाओं ने सोशल मीडिया खाता चलाने में मदद की।
इनमें हनीम और मोवादा ने टिकटॉक पर 15 सेकंड की क्लिप में कारों के भीतर मेकअप पोज देने, रसोई में नृत्य करने और स्किट में मजाक करते हुए ख्याति अर्जित की थी। इन सभी को फर्जी खबरें प्रसारित करने या अनैतिकता को लेकर अपराधों के लिए जेल में भी डाला जा सकता है।
गौरतलब है कि भारत सरकार ने पिछले दिनों टिक टॉक (Tik Tok) सहित 59 चाइनीज एप को प्रतिबंधित किया, उसके बाद इनके 47 क्लोन एप को भी अब प्रतिबंधित कर दिया है। गूगल ने भी भारत में ब्लॉक कर दिया है यानी अब कोई भी गूगल स्टोर से टिक टॉक एप डाउनलोड नहीं कर पाएगा।
कई मिस्रियों को ट्विटर और फेसबुक पर सरकार की आलोचना करने वाले या राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सिसी के पदों के लिए जेल में डाल दिया गया है। कम से कम 500 समाचार वेबसाइटों को अवरुद्ध कर दिया गया है।
कुछ देशों में TikTok गहन जांच के दायरे में आ गई है। इसमें कहा गया है कि चीनी सरकार इसका इस्तेमाल उपयोगकर्ताओं पर जासूसी करने के लिए कर सकती है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस एप पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है।