तुर्की-ईरान बॉर्डर पर महसूस किए गए भूकंप के झटके, 7 लोगों की मौत
तुर्की-ईरान के बॉर्डर पर रविवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। न्यूज एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक इस भूकंप में 7 लोगों की मौत हो गई है।
अंकरा, रॉयटर्स। तुर्की-ईरान के बॉर्डर पर रविवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.7 रही। इसकी जानकारी यूरोपियन मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) ने दी। न्यूज एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक, इस भूकंप में 7 लोगों की मौत हो गई है। फिलहाल बचाव कार्य जारी है।
आमतौर पर भूकंप की खबरें विश्वभर से आती रहती हैं। थोड़े दिन पहले पापुआ न्यू गिनी (Papua New Guinea) में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.2 रही थी।
क्यों आता है भूकंप
पृथ्वी की बाह्य परत में अचानक हलचल से उत्पन्न ऊर्जा के परिणाम स्वरूप भूकंप आता है। यह ऊर्जा पृथ्वी की सतह पर, भूकंपी तरंगें उत्पन्न करती है, जो भूमि को हिलाकर या विस्थापित कर के प्रकट होती है। इसी के चलते भूकंप आता है।
भूकंप की वजह
भूकंप प्राकृतिक घटना या मानवजनित कारणों से आता है। अक्सर भूकंप भूगर्भीय दोषों के कारण भी आते हैं। भारी मात्रा में गैस प्रवास, पृथ्वी के भीतर मुख्यत: गहरी मीथेन, ज्वालामुखी, भूस्खलन के चलते आते भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। इससे बचने के लिए सरकार की तरफ से समय-समय पर जागरुक अभियान भी चलाए जाते हैं। ताकी भूकंप के कहर से लोगों को बचाया जा सके।
क्या होता है रिक्टर स्केल
दरअसल, भूकंप की तीव्रता मापने के लिए रिक्टर स्केल का इस्तेमाल किया जाता है। इसके रिक्टर स्केल कहा जाता है। भूकंप की तरंगों को या फिर तीव्रता को रिक्टर स्केल पर 1 से 9 तक के आधार पर किया जाता है। यदि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 8 से ज्यादा होती है भारी तबाही होने की संभावना होती है।
भूकंप से ऐसे करें बचाव
- सुरक्षित स्थान पर भूकंपरोधी भवन का निर्माण कराएं।
- समय-समय पर आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण लें व पूर्वाभ्यास करें।
- आपदा की किट बनाएं जिसमें रेडियो, जरूरी कागज, मोबाइल,टार्च, माचिस, मोमबत्ती, चप्पल, कुछ रुपये व जरूरी दवाएं रखें।
- संतुलन बनाए रखने के लिए फर्नीचर को कस पकड़ लें।
- लिफ्ट का प्रयोग कतई न करें।
- खुले स्थान पर पेड़ व बिजली की लाइनों से दूर रहें।