जब Miss World Contest बना था हिंसा की वजह, मारे गए थे 215 लोग, बदलनी पड़ी थी जगह
भीषण हिंसा और विवादों में रही इस मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में 90 देशों की सुंदरियों ने हिस्सा लिया था। हिंसा एक समाचार पत्र में छपे प्रतियोगिता से संबंधित विवादित लेख पर भड़की थी।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता, मतलब दुनिया भर की सुंदरियों का जमावड़ा। इस प्रतियोगिता पर पूरी दुनिया की नजरें होती हैं। आयोजन के संभावित खतरों को देखते हुए यहां सुरक्षा के पुख्ता बंदोबश्त होते हैं। बावजूद 16 साल पहले एक मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता के आयोजन स्थल में केवल सुरक्षा कारणों की वजह से अचानक परिवर्तन करना पड़ा था। जहां इसका आयोजन होना था वहां, मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता से ठीक पहले भड़की हिंसा में 215 लोग मारे गए थे। मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता को लेकर इतने बड़े पैमाने पर भड़की हिंसा, विरोध और अचानक आयोजन स्थल में बदलाव करने का ये पहला मामला था।
ये मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता 23 नवंबर 2002 को नाइजीरिया के शहर अबुजा में होनी थी। इससे ठीक पहले प्रतियोगिता के खिलाफ नाइजीरिया में हिंसा भड़क गई थी। उस दौरान रमजान का महीना भी चल रहा था। मुस्लिम समुदाय रमजान में इस प्रतियोगिता के आयोजन से पहले ही नाराज था। हिंसा भड़ने के बाद प्रतियोगिता का आयोजन नाइजीरिया से लंदन स्थानांतरित कर दिया गया था। माना जा रहा था कि इसके बाद नाइजीरिया में फैली हिंसा थम जाएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया को दिए गए बयान में नाइजीरिया में रेड क्रॉस के प्रमुख इमैन्युअल इएवेरे ने उस वक्त बताया था कि मुस्लिम और ईसाइयों के बीच हुए दंगों में अकेले नाइजीरिया के कदूना शहर में मरने वालों की संख्या कम से कम 215 है। उन्होंने ये दावा कदूना की गलियों और मुर्दाघरों में की गई शवों की गिनती के आधार पर किया था। उनके अनुसार बहुत से मृतकों को उनके रिश्तेदारों ने दफना दिया है, उनकी संख्या की कोई जानकारी नहीं है। उस वक्त की शुरूआती रिपोर्ट में कहा गया था कि हिंसा में कम से कम 100 लोग मारे गए थे।
स्थानीय समाचार पत्र की लापरवाही से भड़की थी हिंसा
हिंसा भड़कने की वजह वहां के एक स्थानीय समाचार पत्र में छपा प्रतियोगिता से संबंधित एक विवादित लेख था। समाचार पत्र का ये लेख कुछ लोगों की धार्मिक भावनाओं के विपरीत था। लिहाजा लेख पढ़ते ही नाइजीरिया के लोग विरोध में सड़कों पर उतर आए। लोगों ने इस दौरान जमकर आगजनी, तोड़फोड़ व हिंसा की। हालात इतने बेकाबू हो गए थे कि नाइजीरिया सरकार ने स्थानीय फोर्सेज को आदेश दे दिया कि उपद्रियों को देखते ही गोली मार दी जाए। नाइजीरिया का कदूना शहर सांप्रदायिक कारणों से बेहद संवेदनशील है। इस शहर में मुसलमान और ईसाई धर्म के लोग रहते हैं। अपने इस विवादित लेख पर समाचार पत्र ने दो दिन माफी मांगी।
तुर्की ने रचा था इतिहास
भीषण हिंसा और विवादों में रही इस मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में 90 देशों की सुंदरियों ने हिस्सा लिया था। सात दिसंबर 2002 को लंदन में आयोजित इस प्रतियोगिता का ताज तुर्की की अजरा अकीन के सिर पर सजा था। मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता जीतने वाली वह तुर्की की पहली सुंदरी थीं। खिताब जीतने के बाद उन्होंने दुनिया भर में महिलाओं पर होने वाली हिंसाओं को दुखद बताया था। अजरा, फिलहाल दुनिया की जानी-मानी मॉडल और अभिनेत्री हैं।