Move to Jagran APP

कुत्ता पालना है तो उसे दिन में दो बार खुले में घुमाना होगा, जर्मनी सरकार का फैसला, जानें क्‍या कह रहे लोग

जर्मनी सरकार ने पालतू कुत्तों को दिन में दो बार और कम से कम एक घंटा घुमाने के लिए कानून बनाने का एलान किया है। सरकार के इस फैसले ने लोगों में नई बहस छेड़ दी है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 20 Aug 2020 06:04 AM (IST)Updated: Thu, 20 Aug 2020 06:18 AM (IST)
कुत्ता पालना है तो उसे दिन में दो बार खुले में घुमाना होगा, जर्मनी सरकार का फैसला, जानें क्‍या कह रहे लोग
कुत्ता पालना है तो उसे दिन में दो बार खुले में घुमाना होगा, जर्मनी सरकार का फैसला, जानें क्‍या कह रहे लोग

बर्लिन, रायटर। जर्मनी में पालतू कुत्तों को लेकर सरकार की घोषणा ने लोगों में नई बहस छेड़ दी है। सरकार ने पालतू कुत्तों को दिन में दो बार और कम से कम एक घंटा घुमाने के लिए कानून बनाने का एलान किया है। विदित हो कि जर्मनी में 94 लाख पालतू कुत्ते हैं। कृषि मंत्री जूलिया लॉकनर ने कहा है कि विशेषज्ञों से राय लेकर सरकार यह कानून बनाने जा रही है। उन्होंने कहा, पालतू कुत्ते कोई खिलौना नहीं हैं, उनकी भी कुछ जरूरतें हैं। वे भी कुछ समय खुले में रहना चाहते हैं। उनके लिए यह व्यायाम जैसा होगा।

loksabha election banner

उल्लेखनीय है कि जर्मनी में कुत्ते पालने का चलन है और हर पांच घरों में से कम से कम एक में हाउंड प्रजाति का कुत्ता पला होता है। सरकार के इस फैसले के चलते बड़ी आबादी को मुश्किलें बढ़ने का अंदेशा पैदा हो गया है। एक बड़े अखबार ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उसे मूर्खतापूर्ण बताया है जबकि वीडीएच जर्मन डॉग एसोसिएशन के प्रवक्ता उडो कॉपरनिक ने कहा है सरकार के फैसले पर कुत्ते पालने वाले ज्यादातर लोग हंस रहे हैं, क्योंकि वे पहले से ही अपने इस प्यारे दोस्त को ज्यादा समय देते हैं।

कॉपरनिक ने कहा कि फैसला अच्छी सोच से लिया गया है लेकिन यह लागू किए जाने लायक नहीं है। डॉग ट्रेनर अंजा स्ट्रीजेल के अनुसार किसी पालतू कुत्ते को एक्सरसाइज कराने के लिए उसके स्वास्थ्य, उम्र और नस्ल के हिसाब से अलग-अलग मानदंड हैं। इन्हें किसी एक नियम से नहीं बांधा जा सकता। बीते दिनों कोरोना महामारी फैलने से सबक लेते हुए चीन की सरकार ने शेंजेन प्रांत में कुत्‍तों के मांस की खरीद बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था। चीन की सरकार ने एक मसौदा प्रस्ताव भी तैयार किया था जिसके मुताबिक, चीन में अब कुत्तों को पशुधन नहीं बल्कि पालतू जानवर माना जाएगा।

बता दें कि चीन में मांस के लिए कुत्ते और बिल्लियों को बड़े पैमाने पर मौत के घाट उतारा दिया जाता है। उल्‍लेखनीय है कि कोरोना के दुनियाभर में फैलने के लिए कथित तौर पर चीन की वेट मार्केट को दोषी ठहराया जाता रहा है। चीन की वेट मार्केट बंद करने को लेकर मांगें भी उठती रही हैं। बीते दिनों अमेरिकी सांसदों के एक सर्वदलीय समूह ने भी चीन से कहा था कि वह अपने सभी पशु बाजार (वेट मार्केट) तत्काल बंद कर दे क्योंकि यहां से जानवरों से बीमारियां इंसानों तक पहुंचने का खतरा है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.