वियतनाम में हुई ट्रंप और किम की मुलाकात, हाथ मिलाकर एक दूसरे का किया स्वागत
दो दिवसीय इस शिखर सम्मेलन में परमाणु अस्त्र सहित कई मुद्दे पर चर्चा होगी। इस दौरान ट्रंप ने कहा कि वह बहुत सफल शिखर सम्मेलन के लिए तत्पर हैं।
हनोई, एजेंसी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन की बुधवार को वियतनाम की राजधानी हनोई में दूसरा ऐतिहासिक मुलाकात हुई। दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से हाथ मिलाकर अभिनंदन किया। दो दिवसीय इस शिखर सम्मेलन में परमाणु अस्त्र सहित कई मुद्दे पर चर्चा होगी। इस दौरान ट्रंप ने कहा कि वह बहुत सफल शिखर सम्मेलन के लिए तत्पर हैं। जबकि किम ने कहा कि हम सभी बाधाओं को दूर करने के लिए आज यहां उपस्थित हैं।
शिखर वार्ता से पहले ट्रंप ने ट्विटर पर कहा कि यह मेरे मित्र किम जोंग के लिए बहुत बड़ा अवसर है। एक अन्य ट्वीट में ट्रंप ने कहा कि उम्मीद है शांति वार्ता में चीन, रूस, जापान और दक्षिण कोरिया काफी मददगार साबित होंगे। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात में उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच चल रहे लंबे समय से अघोषित युद्ध की औपचारिक समाप्ति की घोषणा हो सकती है।
किम जोंग के साथ नार्थ कोरियन वकर्स पार्टी की केंद्रीय समिति के उपाध्यक्ष और अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता के प्रभारी किम योंग चोल, विदेश मंत्री री योंग हो, सुप्रीम पीपुल्स असेम्बली के अंतरराष्ट्रीय मामलों के विभाग के निदेशक री सु योंग और रक्षा मंत्री नो क्वांग चोल भी उनके साथ हैं। दौरे पर गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के साथ उत्तर कोरियाई नेता की बहन किम यो जोंग भी हैं।
किम शनिवार शाम को प्योंगयोंग स्टेशन पर सैन्य गार्ड ऑफ ऑनर के बाद रवाना हुए थे। उनकी ट्रेन ने रविवार को चीन की सीमा में सफर तय किया। उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए ने उनकी रवानगी की पुष्टि करते हुए कुछ तस्वीरें भी जारी की थीं, जिसमें वह ट्रेन से हाथ हिलाकर अपने देशवासियों का अभिवादन कर रहे थे। किम के साथ ट्रेन पर उनकी बहन किम यो जोंग और अमेरिका के साथ वार्ता में एक मुख्य वार्ताकार किम योंग चोल भी हैं।
बता दें कि 27-28 फरवरी को हनोई में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बहुप्रतीक्षित दूसरी शिखर वार्ता होनी है। इससे पहले दोनों नेताओं ने पिछले साल सिंगापुर में बैठक की थी। इस बैठक में परमाणु निरस्त्रीकरण पर सहमति बनी थी। शिखर वार्ता में उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु कार्यक्रम को बंद करने की घोषणा की थी। इसके बाद से अमेरिका, दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के बीच रिश्ते सुधरने शुरू हो गए।