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विदेशी अपराधियों को छोटे से द्वीप पर रखेगा डेनमार्क, जानें क्‍यों हो रही आलोचना

डेनमार्क की संसद ने गुरुवार को उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी जिसमें विदेशी अपराधियों को एक छोटे से द्वीप पर कैद रखने की बात कही गई है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 20 Dec 2018 06:14 PM (IST)Updated: Thu, 20 Dec 2018 06:17 PM (IST)
विदेशी अपराधियों को छोटे से द्वीप पर रखेगा डेनमार्क, जानें क्‍यों हो रही आलोचना
विदेशी अपराधियों को छोटे से द्वीप पर रखेगा डेनमार्क, जानें क्‍यों हो रही आलोचना
 कोपेनहेगन, रायटर। डेनमार्क की संसद ने गुरुवार को उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी जिसमें विदेशी अपराधियों को एक छोटे से द्वीप पर कैद रखने की बात कही गई है। सरकार 100 से ज्यादा उन अपराधियों को सात एकड़ में फैले लिंडहॉम द्वीप पर भेजना चाहती है, जिन्हें उनके मूल देश प्रत्यर्पित नहीं किया जा सकता क्योंकि वहां उन्हें फांसी दिए जाने का खतरा है।

डेनमार्क के वैज्ञानिक इस द्वीप का इस्तेमाल स्वाइन फ्लू, रेबीज और अन्य संक्रामक बीमारियों पर शोध के लिए करते हैं। इसके चलते द्वीप तक जाने वाली फेरी का नाम ही वायरस पड़ गया है।

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संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बैचलेट समेत कई मानवाधिकार संगठनों ने डेनमार्क की इस योजना की आलोचना की है। यह द्वीप जिस वोदिंगबोर्ग नगर निगम के अंतर्गत आता है, उसके मेयर माइकल स्मेद ने भी कहा, 'लोगों का मानना है कि यह समस्या का हल नहीं है।'


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