अफगानिस्तान में राष्ट्रपति चुनावों में कथित धांधली के खिलाफ काबुल में किया प्रदर्शन
अफगानिस्तान में राष्ट्रपति उम्मीदवार अब्दुल्ला अब्दुल्ला के हजारों समर्थकों ने शुक्रवार को राजधानी काबुल में प्रदर्शन किया।
काबुल, आइएएनएस। अफगानिस्तान में राष्ट्रपति उम्मीदवार अब्दुल्ला अब्दुल्ला के हजारों समर्थकों ने शुक्रवार को राजधानी काबुल में प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति अशरफ गनी और चुनाव आयोग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यह प्रदर्शन दो महीने पहले हुए चुनाव के प्रारंभिक नतीजे घोषित करने में हो रही देरी और राष्ट्रपति के पक्ष में की गई कथित चुनावी धांधली के विरोध में किया गया था।
तीन लाख अवैध मतों की गिनती के खिलाफ
राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ गठबंधन सरकार में शामिल अब्दुल्ला अब्दुल्ला की चुनावी टीम के प्रवक्ता ने कहा, हम मांग करते हैं कि चुनाव आयोग नियमों के मुताबिक काम करे और अपने अवैध फैसलों को वापस ले। हमारी प्रमुख आपत्ति तीन लाख अवैध मतों की गिनती के खिलाफ है। इसे अमान्य किया जाना चाहिए। 28 सितंबर को हुए चुनाव का परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित किया जाना था। लेकिन तकनीकी दिक्कतों का हवाला देते हुए इसे 14 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया था।
वोटों की दोबारा गिनती का बहिष्कार
चुनाव आयोग के अनुसार 27 लाख वोटों में से करीब 19 लाख वोट बायोमीट्रिक रूप से सत्यापित थे। इन सत्यापित मतों में से 86 हजार को इसलिए रद कर दिया गया क्योंकि आयोग द्वारा निर्धारित कसौटी पर यह खरे नहीं उतरे थे। अब्दुल्ला के समर्थकों ने वोटों की दोबारा गिनती का बहिष्कार किया है। उन्होंने 34 में से सात प्रांतों में चुनाव अधिकारियों को इस प्रक्रिया को पूरा करने से रोक दिया है। इस प्रक्रिया के माध्यम से यह तय किया जाना था कि दावेदारों में से किसे पहले दौर में बहुमत मिला है।
अब्दुल्ला ने पुनर्मतगणना की प्रक्रिया से अपनी टीम को हटा लिया
पिछले दो राष्ट्रपति चुनावों में अब्दुल्ला अब्दुल्ला को शिकस्त का सामना करना पड़ा था। अब्दुल्ला ने पुनर्मतगणना की प्रक्रिया से अपनी टीम को एकतरफा तरीके से हटा लिया। उन्होंने चुनाव नतीजों की घोषणा से पहले यह कदम उठाया है। अब्दुल्ला ने कहा कि यदि उनकी टीम के पर्यवेक्षक अफगानिस्तान के 'स्वतंत्र चुनाव आयोग' (आइईसी) द्वारा पुनर्मतगणना के दौरान उपस्थित नहीं रहते हैं तो चुनाव नतीजों की कोई वैधता नहीं रहेगी।