हांगकांग में अब उठ रही चीन से आजादी की मांग, सरकार लगा सकती है इंटरनेट पर रोक
आपातकालीन अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए सरकार हांगकांग में कुछ समय के लिए इंटरनेट पर रोक लगा सकती है। ये संकेत हांगकांग सरकार के एक मंत्री ने दिए हैं।
हांगकांग, रायटर। हांगकांग में लोकतंत्र की मांग अब आजादी की मांग में तब्दील होने लगी है। सोमवार को सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने प्रमुख शॉपिंग मॉल के बाहर एकत्रित होकर पुरजोर तरीके से चीन से आजादी की मांग की। इससे पहले रविवार को पूरी रात रह-रहकर सड़कों पर प्रदर्शन होते रहे और पुलिस से टकराव होता रहा।
शनिवार को प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार दो प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने फेस मास्क पहनने का मुकदमा कायम किया है। फेस मास्क पर प्रतिबंध लगने के बाद ये पहला मामला दर्ज किया गया है। इस बीच चीन ने यूरोपीय यूनियन और फ्रांस की हांगकांग के आंदोलन का समर्थन करने के लिए निंदा की है।
फेस मास्क पहनने पर प्रतिबंध
प्रदर्शनकारियों ने बहुमंजिले मॉल के बाहर घेरा बनाकर प्रदर्शन किया। वे आजादी के लिए संघर्ष करने, फेस मास्क पहनने और हांगकांग पुलिस के बहिष्कार का आह्वान कर रहे थे। सरकार ने चार महीने से चल रहे लोकतंत्र की मांग वाले आंदोलन को काबू करने के लिए शनिवार से फेस मास्क पहनने पर प्रतिबंध लागू किया है। सरकार का तर्क है कि फेस मास्क पहनकर प्रदर्शनकारी हिंसा करते हैं जिससे उनकी पहचान नहीं हो पाती और उन पर कार्रवाई नहीं हो पाती है।
सरकार के फैसले से आंदोलनकारी भड़के
सरकार के फैसले से आंदोलनकारी भड़क उठे हैं। शनिवार को हांगकांग में भारी हिंसा हुई और एक सौ से ज्यादा लोग घायल हो गए। शनिवार को 14 साल के एक प्रदर्शनकारी को पुलिस ने गोली मारकर घायल किया। इससे पहले 18 साल के एक छात्र के सीने में पुलिस अधिकारी ने गोली मारी थी। शनिवार को गिरफ्तार 18 साल के छात्र और 38 साल की महिला प्रदर्शनकारी पर फेस मास्क पहनने की धारा लगाई है।
इंटरनेट पर रोक लगा सकती है सरकार
आपातकालीन अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए सरकार हांगकांग में कुछ समय के लिए इंटरनेट पर रोक लगा सकती है। ये संकेत हांगकांग सरकार के एक मंत्री ने दिए हैं। स्वायत्त क्षेत्र में चार महीने से चल रहे आंदोलन में इंटरनेट के जरिये चलने वाले सोशल मीडिया की बड़ी भूमिका रही है। बिना नेतृत्व वाला यह आंदोलन सोशल मीडिया पर आह्वान से और आमराय बनाकर चल रहा है।