मजबूत होगा भारत और मंगोलिया का रक्षा सहयोग
मंगोलिया की तीसरे पड़ोसी की नीति यह है कि चीन और रूस से घिरा यह देश अपने नजदीकी रिश्ते वाले देशों को तीसरे पड़ोसी की संज्ञा देता है।
उलानबटोर, प्रेट्र। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगोलिया की तीसरे पड़ोसी की नीति की सराहना करते हुए कहा है कि भारत मंगोलिया के साथ अपने सांस्कृतिक संबंध और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत करने और रक्षा सहयोग बढ़ाने की नीयत से राजनाथ सिंह तीन दिवसीय दौरे पर यहां आए हैं।
मंगोलिया की तीसरे पड़ोसी की नीति यह है कि चीन और रूस से घिरा यह देश अपने नजदीकी रिश्ते वाले देशों को तीसरे पड़ोसी की संज्ञा देता है। राजनाथ ने कहा कि हमें उम्मीद है कि रणनीतिक संबंधों के साथ ही कारोबार को लेकर भी हमारे संबंध बढ़ेंगे। गृह मंत्री ने रविवार को देश के प्रसिद्ध बौद्ध मठों का दौरा किया और शीर्ष बौद्ध गुरु लामा गाबजू चोइजामट्स डेंबरेल से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि भारत और मंगोलिया बौद्ध धर्म के सूत्र से बंधे हुए हैं। इस नाते मंगोलिया भारत का आध्यात्मिक पड़ोसी है।
इस दौरान राजनाथ ने मंगोलिया के राष्ट्रपति से बातुल्गा खालमा से मुलाकात की और उनसे हुई वार्ता को सफल बताया। शनिवार को उनकी मुलाकात मंगोलिया के प्रधानमंत्री उखनाजीन खुरेलसुख से हुई थी। जिसमें दोनों देशों के संबंधों का दायरा व्यापक करने की चर्चा हुई थी। इनमें साइबर सिक्युरिटी समेत अन्य रक्षा सहयोग प्रमुख है। उल्लेखनीय है कि मंगोलिया में भारत के सहयोग से देश का पहला तेलशोधक कारखाना बन रहा है। इस पर एक अरब डॉलर (6,800 करोड़ रुपये) की लागत आने का अनुमान है। सन 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगोलिया का दौरा किया था। वहां पर जाने वाले मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं।