ग्वाटेमाला ज्वालामुखी विस्फोट: मरने वालों की संख्या बढ़ी, 200 लापता
रविवार को ग्वाटेमाला में हुए ज्वालामुखी विस्फोट के कारण 17 लाख लोग प्रभावित हैं।
ग्वाटेमाला सिटी (एजेंसी)। ग्वाटेमाला के फ्यूगो ज्वालामुखी विस्फोट के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ी है। अब तक करीब 99 लोगों की मौत हो गई और करीब 200 लोग लापता हैं। प्रभावित क्षेत्र से करीब 12,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
ग्वाटेमाला के फॉरेंसिक एजेंसी Inacif ने बुधवार को बताया कि फ्यूगो ज्वालामुखी विस्फोट के कारण करीब 99 लोगों की मौत हो गयी और 192 लोग लापता हैं। मृतकों में से कईयों की पहचान नहीं हो सकती है इसलिए डीएनए टेस्टिंग और अन्य विधियों की जरूरत होगी।
ऐसा माना जा रहा है कि लोग ज्वालामुखी के विस्फोट के बाद निकले लावे से जलकर मरे या फिर जहरीले गैस के कारण इनका दम घुटा होगा। आपदा राहत एजेंसी के प्रमुख सर्गियो कबानास बताया कि पहाड़ी गांवों में शवों की तलाश का काम वहां की भौगोलिक स्थिति तथा ज्वालामुखी से निकली गर्म मिट्टी, चट्टानों के टुकड़े और राख के कारण धीमा चल रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक अंतिम पीड़ित नहीं मिल जाता तब तक तलाश जारी रहेगी, हालांकि हम नहीं जानते कि कितने लोग लापता हैं।
रविवार को हुए विस्फोट के बाद ज्वालामुखी से निकल रहा लावा और राख करीब आठ किलोमीटर के क्षेत्र में फैल गया। बताया जा रहा है कि चार दशकों के बाद 3,763 मीटर ऊंचे फ्यूगो में इतना भीषण विस्फोट हुआ। इसके फटने से करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए। राजधानी ग्वाटेमाला सिटी स्थित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया। बता दें कि राजधानी ग्वाटेमाला सिटी इस ज्वालामुखी से केवल 40 किलोमीटर दूर है।