Move to Jagran APP

तालिबान को रोकने के लिए अफगानिस्तान ने पूरे देश में लगाया कर्फ्यू, राजधानी काबुल को मिली छूट

अंतरराष्ट्रीय सैनिकों के देश से वापस जाने की घोषणा के बाद से तालिबान और अफगान सरकारी बलों के बीच पिछले दो महीनों में लड़ाई तेज हो गई है। माना जा रहा है कि आतंकवादी समूह ने देश के कई हिस्सों पर अपना कब्जा जमा लिया है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Sun, 25 Jul 2021 10:44 AM (IST)Updated: Sun, 25 Jul 2021 10:44 AM (IST)
तालिबान को रोकने के लिए अफगानिस्तान ने पूरे देश में लगाया कर्फ्यू, राजधानी काबुल को मिली छूट
काबुल, पंजशीर और नंगरहार को कर्फ्यू से छूट दी गई है।

काबुल, आइएएनएस। अफगानिस्तान सरकार ने तालिबान के आतंकियों को शहरों पर हमला करने से रोकने के लिए शनिवार को लगभग पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया है। राजधानी काबुल और दो अन्य प्रांतों के अलावा रात 10 बजे से सुबह 4 बजे के बीच किसी भी तरह की आवाजाही की अनुमति नहीं होगी। एक आकलन के अनुसार, कुछ अमेरिकी खुफिया विश्लेषकों को डर है कि तालिबान छह महीने के भीतर देश पर नियंत्रण कर सकता है।

loksabha election banner

बता दें कि अंतरराष्ट्रीय सैनिकों के देश से वापस जाने की घोषणा के बाद से तालिबान और अफगान सरकारी बलों के बीच पिछले दो महीनों में लड़ाई तेज हो गई है। माना जा रहा है कि आतंकवादी समूह ने देश के कई हिस्सों पर अपना कब्जा जमा लिया है। अमेरिका सेना की वापसी के बीच तालिबान ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ा है और प्रमुख सड़कों पर कब्जा जमा लिया है। तालिबान एक कट्टरपंथी इस्लामी संगठन है, जिसे लगभग 20 साल पहले अमेरिका ने सत्ता से बाहर कर दिया था।

तालिबानी लड़ाके अभी तक किसी भी बड़े शहर पर कब्जा नहीं कर पाए हैं। हिंसा को रोकने और तालिबान की गतिविधियों को सीमित करने के लिए 31 प्रांतों में एक रात का कर्फ्यू लगाया गया है। आंतरिक मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि काबुल, पंजशीर और नंगरहार को कर्फ्यू से छूट दी गई है।

जैसे-जैसे तालिबान आगे बढ़ रहा है, कंधार शहर के बाहरी इलाके में सुरक्षाबलों के साथ भीषण झड़पें हो रही हैं। इसके जवाब में अमेरिका ने गुरुवार को इलाके में आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ हवाई हमले किए। हालांकि अफगानिस्तान में अमेरिकी ऑपरेशन आधिकारिक तौर पर 31 अगस्त को समाप्त हो जाएगा।

अमेरिका के नेतृत्व वाली सेनाओं ने अक्टूबर 2001 में अफगानिस्तान में तालिबान को सत्ता से बेदखल कर दिया था। तालिबान पर अमेरिका में हुए हमलों के आरोपी ओसामा बिन लादेन और अन्य अल-कायदा के आतंकियों को शरण देने का आरोप था। इस महीने की शुरुआत में, अमेरिकी सैनिकों ने बगराम हवाई क्षेत्र को खाली कर दिया, जो अफगानिस्तान में अमेरिकी अभियानों का बड़ा केंद्र था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.