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कोरोना टीकाकरण से सुधरे हालात, इटली में मौत के मुंह में जाने से बचे 12,000 से ज्यादा मरीज

एक नए अध्ययन में कहा गया है कि इटली में टीकाकरण से 12000 लोग मौत के मुंह में जाने से बचे हैं। इटली के ब्रूनो केसलर फाउंडेशन के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।

By Neel RajputEdited By: Published: Wed, 17 Nov 2021 12:44 PM (IST)Updated: Wed, 17 Nov 2021 12:44 PM (IST)
कोरोना टीकाकरण से सुधरे हालात, इटली में मौत के मुंह में जाने से बचे 12,000 से ज्यादा मरीज
कोरोना टीकाकरण से मरीज ना सिर्फ गंभीर हालत में जाने से बचे हैं बल्कि मौतें भी कम हुई हैं

रोम, एएनआइ/स्पुतनिक। कोरोना महामारी ने दुनियाभर के विभिन्न देशों में कहर मचाया हुआ है। चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और रूस समेत कई देशों में अभी भी कोरोना संक्रमण के काफी मामले सामने आ रहे हैं।इटली के ब्रूनो केसलर फाउंडेशन के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि इटली में टीकाकरण से 12,000 लोग मौत के मुंह में जाने से बचे हैं। कोरोना टीकाकरण से मरीज ना सिर्फ गंभीर हालत में जाने से बचे हैं बल्कि मौतों की संख्या में भी कमी हुई है। 

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इस रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 टीकाकरण के कारण इटली में 12,000 मौतों से बचना संभव बना दिया है। शेष चिकित्सा वेबसाइटों में से एक पर पोस्ट किए गए अध्ययन के प्रीप्रिंट पर कोविड-19 के सबसे प्रमुख विशेषज्ञों, उच्च स्वास्थ्य संस्थान (ISS) के प्रमुख सिल्वियो ब्रूसफेरो और इटली के स्वास्थ्य मंत्रालय जियोवानी रेजा में रोग निवारण विभाग के प्रमुख द्वारा हस्ताक्षर किए गए हैं।

अध्ययन के लेखक बताते हैं कि जुलाई और अगस्त 2021 में टीकाकरण द्वारा डेल्टा स्ट्रेन के प्रसार के नकारात्मक प्रभाव को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया था। 27 दिसंबर, 2020 से 30 जून, 2021 तक टीकाकरण अभियान के अभाव में संक्रमण के कारण मौतों का आंकड़ा 12,100 से अधिक होता।

जानें अन्य देशों में कोरोना को लेकर क्या है स्थिति

ब्रिटेन : कोरोना संक्रमण के 39,705 नए मामले सामने आए, जबकि 47 लोगों की मौत हो गई।

रूस : पिछले 24 घंटे के दौरान देश में 36,818 नए मामले सामने आए, जबकि 1,240 लोगों की मौत हो गई।

अमेरिका : फ्लोरिडा में आइवरमेक्टिन नामक सुई लगाने के बाद कोविड-19 पीड़ित एक महिला की मौत हो गई। उसके पति ने इलाज में आइवरमेक्टिन का उपयोग करने के लिए अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा किया था। इसके बाद महिला को पैरासाइटिक वर्म के इलाज में इस्तेमाल होने वाली सुई लगाई गई थी।

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