नेपाल के शिक्षकों के लिए फायदेमंद रहा कोरोना काल, ऐसे बने टेक्नोलॉजी के माहिर
COVID-19 महामारी ने छात्रों को स्कूल से दूर कर दिया है वहीं शिक्षकों को वर्चुअल क्लासेज संचालित करने में सक्षम बनाया है।
ललिपुर, एएनआइ। कोरोना काल में महामारी के चलते इन दिनों ज्यादातर शिक्षक घर से ही छात्रों को ऑनलाइन क्लासेज दे रहे हैं। जो लोग टेक फ्रेंडली नहीं थे, इस दौरान उन्होंने भी टेक्नोलॉजी को लेकर अपनी स्किल्स को बढ़ाया है। नेपाल के रहने वाले दावा लामा (Dawa Lama) भी उन्हीं में से एक हैं। लामा एक शिक्षक हैं और शुरूआत में वर्चुअल क्लासेज के दौरान उन्हें इंटरनेट और टेक्नोलॉजी को लेकर काफी कंफ्यूजन था, जिसके चलते उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब स्थिति एकदम विपरीत है। उन्होंने ट्रेनिंग कैंप में इन सभी कंफ्यूजन को दूर कर अपनी स्किल्स को बढ़ा लिया है।
यहां पतन सेकेंडरी स्कूल द्वारा आयोजित ट्रेनिंग कैंप में इसी तरह की समस्याओं को दूर किया गया और उनकी टेक्नोलॉजी स्किल्स को बढ़ाया गया। लामा के मुताबिक, अब उनकी स्थिति पहले की तुलना में काफी अच्छी है और अब वो काफी टेक फ्रेंडली हो गए हैं। अपने तीसरे ट्रेनिंग सेंशन के पांचवें दिन उन्होंने कहा, "प्रशिक्षण में भाग लेने से निश्चित रूप से मेरी स्किल्स में इजाफा हुआ है। हालांकि COVID-19 महामारी ने छात्रों को स्कूल से दूर कर दिया है, वहीं हमें वर्चुअल क्लासेज संचालित करने में सक्षम बनाया है। लामा ने एएनआइ से बात करते हुए कहा, "पहले हम छात्रों को वितरित की गई पाठ्यपुस्तकों का उपयोग करते हैं और उन्हें टेलीविजन या रेडियो के माध्यम से होने वाली वर्चुअल क्लासेज के दौरान छात्रों को इसके बारे में समझाते हैं।"
नेपाल में कोरोना के 20 हजार से ज्यादा मामले
नेपाल में इस वक्त कोरोना के संक्रमण के 20 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं। जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक, अभी तक नेपाल में कोरोना वायरस के संक्रमण के 20,332 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। वहीं, मरने वालों की कुल संख्या 57 हो गई है।
दुनियाभर में अब तक एक करोड़ 80 लाख से ज्यादा केस
दुनियाभर में अब तक कोरोना वायरस की चपेट में एक करोड़ 80 लाख आबादी आ चुकी है। जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 18,079,136 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, मरने वालों का आंकड़ा 6,89,347 हो गया है।