Move to Jagran APP

खशोगी के हत्यारों को 7 से 20 साल की सजा का एलान, परिजनों के माफी देने पर मौत की सजा टली

सऊदी कानून के मुताबिक अगर मृतक के परिजन हत्यारे को माफ कर देते हैं तो उसे मौत की सजा नहीं दी जाती है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 07 Sep 2020 10:57 PM (IST)Updated: Mon, 07 Sep 2020 10:57 PM (IST)
खशोगी के हत्यारों को 7 से 20 साल की सजा का एलान, परिजनों के माफी देने पर मौत की सजा टली
खशोगी के हत्यारों को 7 से 20 साल की सजा का एलान, परिजनों के माफी देने पर मौत की सजा टली

रियाद, रायटर। तुर्की में हुई पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में सोमवार को सऊदी अरब की अदालत ने आठ लोगों को सात से 20 साल के कारावास की सजा सुनाई। सऊदी पत्रकार खशोगी की हत्या दो अक्टूबर, 2018 को तब हुई थी जब वह इस्तांबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में गए थे। उन्हें सऊदी अरब की राजसत्ता खासतौर पर युवराज मुहम्मद बिन सलमान का आलोचक माना जाता था। सितंबर 2019 में युवराज ने माना था कि उनकी जानकारी में खशोगी की हत्या हुई थी।

loksabha election banner

दिवंगत पत्रकार के परिजनों के माफी देने पर मौत की सजा से बचे

खशोगी हत्या मामले में अदालत का यह फैसला दिवंगत पत्रकार के परिजनों की माफ करने की घोषणा के चार महीने के बाद आया है। ये परिजन सऊदी अरब में ही रहते हैं। सऊदी कानून के मुताबिक अगर मृतक के परिजन हत्यारे को माफ कर देते हैं तो उसे मौत की सजा नहीं दी जाती है।

अदालत ने हत्या के दोषी पाए गए आठ में से पांच लोगों को मौत की सजा दी थी

बताया गया है कि दिसंबर 2019 में अदालत ने हत्या के दोषी पाए गए आठ में से पांच लोगों को मौत की सजा दी थी, लेकिन परिजनों के माफी देने के बाद अब इन दोषियों के लिए 20-20 साल की सजा का एलान हुआ है। एक दोषी को दस साल और दो को सात-सात साल के कारावास की सजा दी गई है। दोषी पाए गए लोगों के नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।

पत्रकार खशोगी को दर्दनाक तरीके से मारा था

हत्याकांड की जांच में पता चला था कि खशोगी को सऊदी अरब के खुफिया विभाग के खास दस्ते ने दर्दनाक तरीके से मारा था और उनकी लाश को वाणिज्य दूतावास के भीतर ही नष्ट कर दिया था। पत्रकार की इस बर्बर हत्या की दुनिया भर में कड़ी निंदा हुई थी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मामले की निष्पक्ष जांच के लिए कहा था। इसी के बाद हत्या में सऊदी अरब के सरकारी खुफिया विभाग की संलिप्ततता सामने आई और अब उनके लिए सजा का एलान हुआ है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.