Coronavirus: चीन से आए लोगों की बसों पर यूक्रेन में फेंके गए पत्थर
स्थानीय लोग संक्रमण फैलने के डर से कर रहे थे विरोध। हिंसा की सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंचे गृह मंत्री अर्सेन अवाकोव।
कीव, एपी। कोरोना वायरस के कारण चीन से निकाले गए 70 से ज्यादा लोगों को यूक्रेन में आइसोलेशन में रखे जाने की कोशिश के दौरान जमकर हिंसा हुई। संक्रमण फैलने के डर से स्थानीय लोगों ने चीन से आए लोगों की बसों पर पत्थर फेंके। प्रदर्शनकारियों की इस दौरान पुलिस से ¨हसक झड़प भी हुई, जिसमें छह पुलिस कर्मी और एक नागरिक घायल हो गया। कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।
हिंसा की सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंचे गृह मंत्री अर्सेन अवाकोव ने प्रदर्शनकारियों से आग्रह किया कि वे बहकावे में ना आएं और निकाले गए लोगों को आइसोलेशन में रखने की अस्थायी आवश्यकता को समझें। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने भी अपने फेसबुक पेज पर स्थानीय लोगों को आश्वस्त किया कि उन्हें इससे डरने की जरूरत नहीं है। यूक्रेन ने गुरुवार को 70 से ज्यादा लोगों को चीन से निकाला था। इसमें यूक्रेन के 45 नागरिक थे जबकि 27 विदेशी थे।
यूक्रेन के पोल्टावा क्षेत्र के पुलिस प्रवक्ता यूरी सुलायेव ने बताया कि चीन से निकाले गए लोगों को सेनिटेरियम में आइसोलेशन में रखा जाना था। इन लोगों को जब बसों से वहां ले जाया जा रहा था तो नोवी संझारी गांव के लोगों ने सड़क अवरुद्ध कर दी। स्थानीय लोगों को डर था कि वे संक्रमित हो सकते हैं। इस दौरान एक प्रदर्शनकारी ने अपनी कार से आगे बढ़ने से रोकने के लिए बनाई गई पुलिस की पंक्ति को ही रौंदने की कोशिश की। घंटों की मशक्कत के बाद किसी तरह बसें अपने गंतव्य पर पहुंचीं। स्थिति अब भी तनावपूर्ण बनी हुई है।