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भारत से बढ़ते तनाव के बीच नेपाल और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने वर्चुअल बैठक की

नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि बैठक में दोनों कम्युनिस्ट पार्टियों के बीच संबंध कोरोना वायरस महामारी और वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 20 Jun 2020 06:15 AM (IST)Updated: Sat, 20 Jun 2020 06:15 AM (IST)
भारत से बढ़ते तनाव के बीच नेपाल और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने वर्चुअल बैठक की
भारत से बढ़ते तनाव के बीच नेपाल और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने वर्चुअल बैठक की

काठमांडू, प्रेट्र। नेपाल और चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टियों ने शुक्रवार को वर्चुअल बैठक की। इस दौरान दोनों ने वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की और पार्टी एवं सरकार चलाने पर अपने अनुभव साझा किए। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद और कालापानी, लिपुलेख एवं लिंपियाधुरा को लेकर नई दिल्ली और काठमांडू के बीच पैदा तनाव के दौरान बैठक आयोजित किए जाने पर कुछ नेपाली नेताओं ने सवाल उठाए।

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कम्युनिस्ट पार्टियों के बीच संबंध, कोरोना वायरस महामारी और वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर हुई चर्चा

चीन के नेताओं के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के चेयरमैन पुष्प कुमार दहल और उप प्रधानमंत्री ईश्वोर पोखरेल एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि बैठक में दोनों कम्युनिस्ट पार्टियों के बीच संबंध, कोरोना वायरस महामारी और वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हुई। कांफ्रेंस के दौरान दहल ने तिब्बत और ताइवान के संबंध में वन चाइना नीति के प्रति नेपाल की प्रतिबद्धता दोहराई।

ओली की अपनी ही पार्टी के नेता विरोध में उतरे  

उधर, विवादित नक्शे को कानूनी अमलीजामा पहनाना अब नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के लिए भारी पड़ता दिखाई दे रहा है। ओली की कम्युनिस्ट पार्टी में ही नेपाल के नए नक्शे को लेकर विरोध के सुर उठने लगे हैं।

पार्टी नेताओं का आरोप, एकतरफा सरकार चला रहे ओली 

नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय समिति के सदस्य हेमराज भंडारी ने कहा कि पीएम केपी शर्मा ने फिर से सरकार को एकतरफा चलाने की आदत को शुरू किया है। पार्टी के नेता नक्शे के कारण नहीं बोल रहे हैं लेकिन उनका धैर्य अब टूट रहा है। अप्रैल में आयोजित सचिवों की बैठक में ओली के एकतरफा तरीके से सरकार चलाने को लेकर नाराजगी जताई गई थी। जिसके बाद उन्होंने सबसे साथ मिलकर सरकार चलाने का संकल्प लिया था। लेकिन, हाल में उन्होंने पुरानी आदतों को फिर से शुरू कर दिया है। 

पार्टी के सांसद भी ओली से नाराज 

सांसद राम कुमारी झाकरी ने कहा कि ओली नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी की पार्टी की बैठकों से बचते रहे हैं क्योंकि वह पार्टी नेताओं का सामना नहीं कर सकते। झाकरी ने कहा कि 23 जून को स्थायी समिति की बैठक बुलाई गई है, लेकिन हमें विश्वास नहीं है कि वह बैठक आयोजित होगी। अगर स्थायी समिति की बैठक आयोजित की जाती है, तो नेता कोरोना वायरस को लेकर सरकार के खराब प्रदर्शन सहित कई मुद्दों पर केपी शर्मा ओली से सवाल पूछेंगे।


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