ऑस्ट्रेलिया में कोरोना का प्रबल प्रसार, कठोर प्रतिबंधों के साए में मेलबर्न
रक्षा कर्मियों ने सड़कों पर गश्त लगाते हुए महामारी के नियमों को सख्ती से पाल करवाया। इसमें सड़कों पर पैदल यात्रियों को फेस मास्क पहनने के लिए बाध्य किया गया।
मेलबर्न, एजेंसी। कोरोना वायरस के प्रसार के मद्देनजर ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने देश में अब तक का सबसे कठिन प्रतिबंध लगाया है। इसके चलते यहां की जीवंत सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। देश में लगे इस कठोर प्रतिबंध के चलते, यहां की जीवन शैली में भी बड़ा बदलाव देखने को मिला। ऑस्ट्रेलियाई पुलिस भी इन प्रतिबंधों को लागू कराने के लिए मुस्दैत थी। रक्षा कर्मियों ने सड़कों पर गश्त लगाते हुए महामारी के नियमों को सख्ती से पाल करवाया। इसमें सड़कों पर पैदल यात्रियों को फेस मास्क पहनने के लिए बाध्य किया गया।
शहर के एक हेयरड्रेसर निकी फिरोका ने कहा कि हाल के दिनों में ग्राहकों की काफी बुकिंग हो चुकी थी, लेकिन उसका सैलून कम से कम छह सप्ताह तक के लिए बंद हो गए। मेलबर्न में कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुए उन्होंने कहा कि अगर सभी ने सही काम किया होता तो शायद ऐसा नहीं होता। यहां के शहर विक्टोरिया में बुधवार को कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। शहर में 725 कोरोना के नए मरीज सामने आए हैं। ऑस्ट्रेलिया में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 19,444 के पार जा चुकी है। वायरस से मरने वालों की संख्या 247 के पार जा चुकी है। मेलबर्न में 24 घंटों के भीतर 714 नए मामले सामने आए हैं। देश में 10,799 लोग कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। अब तक देश में कुल 4,541,419 लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है।
बता दें कि पूरे विश्व में कोरोना का कहर जारी है। संक्रमण का पहला मामला पिछले साल दिसंबर में चीन के वुहान में पहला मामला सामने आया था। इसके बाद से अब तक पूरी दुनिया में एक करोड़ 84 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं और मरने वालों की संख्या सात के करीब पहुंच गई है। अमेरिका इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां अभी तक कोरोना के 47 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं और एक लाख 55 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। वहीं ब्राजील में 28 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं और 95 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा भारत में 19 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं और 39 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।