Move to Jagran APP

नेपाल में स्थायी समिति की बैठक से पहले वरिष्ठ NCP नेता से चीनी राजदूत ने की मुलाकात

नेपाल में चीनी राजदूत होउ यानकी ने रविवार शाम को नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल से कोटेश्वर में उनके निवास पर मुलाकात की।

By TaniskEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 01:28 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 01:28 PM (IST)
नेपाल में स्थायी समिति की बैठक से पहले वरिष्ठ NCP नेता से चीनी राजदूत ने की मुलाकात
नेपाल में स्थायी समिति की बैठक से पहले वरिष्ठ NCP नेता से चीनी राजदूत ने की मुलाकात

काठमांडू, एएनआइ। नेपाल में चीनी राजदूत, होउ यानकी ने रविवार शाम को नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल से कोटेश्वर में उनके निवास पर मुलाकात की। समाचार एजेंसी एएनआइ ने इसकी जानकारी स्थानीय मीडिया के हवाले से दी। नेता के करीबी सूत्रों ने बताया कि होउ ने सत्तारूढ़ एनसीपी के भीतर विवादों को लेकर बातचीत की। चीनी राजदूत ने सत्तारूढ़ एनसीपी के भीतर बढ़ती दरार पर चिंता व्यक्त की।

loksabha election banner

इससे पहले पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने स्थानीय मीडिया के हवाले से कहा कि चीनी राजदूत ने रविवार को राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी के साथ बैठक की। एनसीपी के वरिष्ठ नेता नेपाल के साथ राजदूत होउ की मुलाकात पार्टी की महत्वपूर्ण स्थायी समिति की बैठक से पहले हुई है, जिसे अब 8 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। माना जा रहा है कि इस बैठक में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को पीएम के पद या पार्टी के अध्यक्ष पद से हटाने पर फैसला लिया जा सकता है। 

दोनों पदों से ओली का इस्तीफा मांगा

इससे पहले पार्टी के सह-अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड और वरिष्ठ नेता नेपाल सहित पार्टी के एक गुट के नेताओं ने दोनों पदों से ओली का इस्तीफा मांगा था। उन्होंने यह तर्क दिया था कि ओली दोनों मोर्चों पर प्रधानमंत्री और पार्टी अध्यक्ष  के तौर पर विफल रहे हैं। ऐसे में उनके पास सत्ता में रहने के लिए कोई नैतिक आधार नहीं है।

दहल और ओली के बीच बातचीत 

हालांकि, दहल और ओली ने अपने मतभेदों को सुलझाने के लिए शनिवार को भी बातचीत की, लेकिन दोनों नेताओं के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई। दहल इस समय सत्तारूढ़ पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के बीच जारी मतभेद को मिटाने के लिए ओली के साथ बातचीत करने के लिए बलुवाटर में हैं। रविवार को उनकी बैठक बिना किसी निष्कर्ष के समाप्त हो गई। 30 जून को हुई स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में ओली को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा, जिसमें अधिकांश सदस्य इस्तीफे की मांग कर रहे थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.